सलमान खान फायरिंग मामले में हरियाणा से पकड़े संदिग्ध युवक
पुलिस को शक है कि इसी ने अनमोल बिश्नोई से निर्देश लेकर आगे दोनों शूटरों तक पहुंचाए हैं। सलमान खान के घर 14 अप्रैल को फायरिंग की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने फायरिंग करने वाले सागर पाल और विकास उर्फ विक्की गुप्ता को गुजरात से गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में पता चला कि फायरिंग को लेकर वह हरियाणा के इसी संदिग्ध को पूरी जानकारी दे रहे थे।
संदिग्ध से मुंबई में पूछताछ कर रही पुलिस
मुंबई पुलिस हरियाणा से पकड़े संदिग्ध को अपने साथ ले गई है। फिलहाल उसकी गिरफ्तारी नहीं डाली गई है। उससे पूछताछ की जा रही है। यह भी पता चला है कि शूटर विक्की और सागर को फायरिंग के लिए 1 लाख रुपए दिए जा चुके थे। इसके बाद उन्हें और भी रुपए देने का वादा किया गया था।
फायरिंग के बाद गुजरात भागे थे शूटर मुंबई पुलिस के मुताबिक सलमान खान के घर फायरिंग करने के बाद शूटर विक्की और सागर ने मुंबई छोड़ दिया। वे दोनों गुजरात के भुज भाग निकले। सूरत पहुंचकर उन्होंने अपना सिम कार्ड बदल दिया। लोकेशन से उन्हें ट्रैक कर रही पुलिस को चकमा देने के लिए वह बार-बार मोबाइल को स्विच ऑफ करते रहे। हालांकि जिस नंबर पर वे कॉल कर रहे थे, वह एक ही व्यक्ति का था, जिसकी वजह से वे पुलिस की ट्रैकिंग में फंस गए।
शूटर के परिजनों से पूछताछ
मंगलवार की रात मुंबई पुलिस शूटर विक्की और सागर के गांव मसही आई थी। उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों से करीब चार घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बाद टीम मुंबई के लिए रवाना हो गई। मामले में अभी पुलिस की जांच जारी है।
जालंधर मजदूरी करने आया था सागर
सागर पाल के पिता जोगिंदर शाह ने कहा- "उन्हें सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिली कि उनका बेटा सलमान खाने के घर फायरिंग करके आया है। मैं खुद हैरान हूं कि वह जालंधर के बजाय मुंबई कैसे पहुंच गया। वह पिछले काफी समय से जालंधर में ही मजदूरी कर रहा था। यहां वह किससे मिला, किससे नहीं, उस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।"
सीधा लड़का था। हाल में होली के बाद वापस गया था। पुलिस वाले आए और उसके भाई राहुल को पकड़कर ले गए। पुलिस जांच में ये भी पता चला है कि सागर का पूरा परिवार मजदूर है। मजदूरी करके ही पूरे परिवार का गुजारा होता है।