हरियाणा के स्कूलों में बच्चों की गर्मियों में हो गई मौज, शिक्षा निदेशालय ने जारी किए ये दिशानिर्देश
Haryana News: बच्चों को ऐसी भीषण गर्मी से बचाने के लिए शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूलों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
May 8, 2024, 13:40 IST
Haryana Schooll news: हरियाणा सहित उत्तर भारत में लू की स्थिति तेज हो गई है। सूरज की गर्मी तापमान बढ़ा रही है। बच्चों को ऐसी भीषण गर्मी से बचाने के लिए शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूलों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, बच्चों को गर्मी और गर्मी से बचाने के लिए सभी सरकारी और निजी स्कूलों में तीन ब्रेक लगाए जाएंगे। इसके लिए सभी स्कूलों में पीने के पानी और आराम के लिए तीन बार स्कूल की घंटी बजाई जाएगी, ताकि बच्चे समय-समय पर पानी पी सकें और शरीर में पानी की मात्रा को बनाए रख सकें।
गर्मी के मौसम में विभाग द्वारा सभी स्कूलों में ओआरएस घोल के पैकेट भी रखे जाएंगे। अस्पतालों के साथ भी समन्वय किया जाएगा ताकि गर्मी या गर्मी के प्रभाव से किसी भी बच्चे का स्वास्थ्य बिगड़ न जाए। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारियों, स्कूल प्राचार्यों, अनुमंडल मजिस्ट्रेटों और मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा गया है।
शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा का बयान पेयजल व्यवस्था पत्र में लिखा गया है कि गर्मी के मौसम में बच्चों को खुली धूप में नहीं बिठाया जाना चाहिए। खुली धूप में किसी भी प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन से बचें। इसके अलावा स्कूलों को स्वच्छ पेयजल भी उपलब्ध कराया जाना चाहिए। सभी बच्चों को गर्मी से सुरक्षा के नियमों के बारे में समझाया जाना चाहिए।
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी एक पत्र के अनुसार, ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए सभी शिक्षकों को प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण भी मिलना चाहिए। इसके अलावा, स्कूल की खिड़कियों को एल्युमीनियम, पन्नी और कार्डबोर्ड आदि जैसे परावर्तकों से ढककर रखें ताकि बाहर की गर्मी कमरों में प्रवेश न करे और बच्चे मौसम के प्रभाव से सुरक्षित रहें।
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, बच्चों को गर्मी और गर्मी से बचाने के लिए सभी सरकारी और निजी स्कूलों में तीन ब्रेक लगाए जाएंगे। इसके लिए सभी स्कूलों में पीने के पानी और आराम के लिए तीन बार स्कूल की घंटी बजाई जाएगी, ताकि बच्चे समय-समय पर पानी पी सकें और शरीर में पानी की मात्रा को बनाए रख सकें।
गर्मी के मौसम में विभाग द्वारा सभी स्कूलों में ओआरएस घोल के पैकेट भी रखे जाएंगे। अस्पतालों के साथ भी समन्वय किया जाएगा ताकि गर्मी या गर्मी के प्रभाव से किसी भी बच्चे का स्वास्थ्य बिगड़ न जाए। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारियों, स्कूल प्राचार्यों, अनुमंडल मजिस्ट्रेटों और मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा गया है।
शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा का बयान पेयजल व्यवस्था पत्र में लिखा गया है कि गर्मी के मौसम में बच्चों को खुली धूप में नहीं बिठाया जाना चाहिए। खुली धूप में किसी भी प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन से बचें। इसके अलावा स्कूलों को स्वच्छ पेयजल भी उपलब्ध कराया जाना चाहिए। सभी बच्चों को गर्मी से सुरक्षा के नियमों के बारे में समझाया जाना चाहिए।
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी एक पत्र के अनुसार, ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए सभी शिक्षकों को प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण भी मिलना चाहिए। इसके अलावा, स्कूल की खिड़कियों को एल्युमीनियम, पन्नी और कार्डबोर्ड आदि जैसे परावर्तकों से ढककर रखें ताकि बाहर की गर्मी कमरों में प्रवेश न करे और बच्चे मौसम के प्रभाव से सुरक्षित रहें।