हरियाणा में आदर्श आचार सहिंता लागु, जाने अब सरकारी भर्तियों का क्या होगा?
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इसके साथ ही इन राज्यों में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है।
Aug 16, 2024, 18:00 IST
Haryana News: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इसके साथ ही इन राज्यों में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है। इस दौरान अधिकांश सरकारी कार्यों पर अस्थायी प्रतिबंध रहेगा। ये ऐसी नौकरियां हैं जिनसे सरकार को लाभ होने की उम्मीद है।
हरियाणा में राजनीतिक दलों को इस चुनाव में प्रचार करने के लिए 17 अगस्त से 29 सितंबर तक कुल 44 दिन मिलेंगे। आचार संहिता 21 सितंबर, 2019 को लागू हुई थी। पिछला चुनाव 21 अक्टूबर, 2019 को हुआ था।
इसके अनुसार, 2019 में उम्मीदवारों को प्रचार करने के लिए एक महीने का समय दिया गया था, लेकिन इस बार आचार संहिता अगस्त में लागू की गई है और अक्टूबर में मतदान के कारण डेढ़ महीने दिए जा रहे हैं।
ऐसे में लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। उदाहरण के लिए, हरियाणा में सरकारी भर्ती का क्या होगा, अगर कोई सड़क आधी बन गई है, काम बंद हो जाएगा, तो क्या ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट जैसे दस्तावेज भी बनना बंद हो जाएंगे?।
हरियाणा में राजनीतिक दलों को इस चुनाव में प्रचार करने के लिए 17 अगस्त से 29 सितंबर तक कुल 44 दिन मिलेंगे। आचार संहिता 21 सितंबर, 2019 को लागू हुई थी। पिछला चुनाव 21 अक्टूबर, 2019 को हुआ था।
इसके अनुसार, 2019 में उम्मीदवारों को प्रचार करने के लिए एक महीने का समय दिया गया था, लेकिन इस बार आचार संहिता अगस्त में लागू की गई है और अक्टूबर में मतदान के कारण डेढ़ महीने दिए जा रहे हैं।
ऐसे में लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। उदाहरण के लिए, हरियाणा में सरकारी भर्ती का क्या होगा, अगर कोई सड़क आधी बन गई है, काम बंद हो जाएगा, तो क्या ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट जैसे दस्तावेज भी बनना बंद हो जाएंगे?।
हरियाणा में 50 हजार से ज्यादा सरकारी पदों पर जारी भर्तियों और अन्य स्कीम और कामों का क्या होगा, जिसकी घोषणा सरकार कर चुकी है?
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने 50 हजार भर्तियों का वादा किया है। इनमें से 34 हजार पदों पर भर्ती हो गई है। बाकी पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया जारी है। जो भर्ती प्रक्रिया चल रही है, उस पर कोई रोक नहीं लगेगी, लेकिन मुख्यमंत्री या कोई मंत्री नियुक्ति पत्र अपने हाथों से नहीं दे पाएंगे।
आचार संहिता लागू होने के बाद नई भर्तियों निकलती है तो यह चुनाव आयोग को देखना पड़ेगा कि भर्ती अभी क्यों निकाली जा रही है। इस भर्ती के देरी से निकलने की क्या वजहें हैं। अगर इसका उचित जवाब नहीं मिलता है तो यह माना जाएगा कि जान बूझकर देरी की गई है।