17 की उम्र JEE Main टॉप कर रच दिया इतिहास, 15 साल की उम्र में हासिल कर ली थी ये बड़ी उपलब्धि
अर्चित पाटिल देश के उन 56 टॉपर्स में से एक हैं, जिन्होंने जेईई मेन 2024 के सत्र-2 में 100 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। लेकिन महाराष्ट्र के रहने वाले अर्चित पाटिल की यह एकमात्र उपलब्धि नहीं है।
Apr 26, 2024, 14:43 IST
JEE Mains Result 2024 Topper : अर्चित पाटिल देश के उन 56 टॉपर्स में से एक हैं, जिन्होंने जेईई मेन 2024 के सत्र-2 में 100 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। लेकिन महाराष्ट्र के रहने वाले अर्चित पाटिल की यह एकमात्र उपलब्धि नहीं है।
यह प्रतिभाशाली लड़का भी एक आविष्कारक है। वर्ष 2022 में अर्चित पाटिल ने महिलाओं की जान बचाने के लिए एक अद्भुत उपकरण बनाया था। उस समय अर्चित की उम्र केवल 15 वर्ष थी। आर्किट ने जो उपकरण विकसित किया है उसे प्रसवोत्तर रक्तस्राव (पीपीएच) कप कहा जाता है। यह उपकरण वास्तविक समय में प्रसव के दौरान महिलाओं में रक्त की कमी को मापता है।
जेईई टॉपर अर्चित पाटिल ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वह 10वीं पास करने के बाद जेईई की तैयारी के लिए राजस्थान के कोटा गए थे। पाटिल की माँ डॉ. अर्चना पाटिल एक एनेस्थिसियोलॉजिस्ट हैं। वह अपने बेटे को तैयार करने में मदद करने के लिए उसके साथ कोटा भी गई थी। उनके पिता डॉ. राहुल पाटिल एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं।
कंप्यूटर साइंस में करियर बनाना चाहते हैं?
17 वर्षीय अर्चित पाटिल का अगला लक्ष्य अब 26 मई को होने वाली जेईई एडवांस परीक्षा को पास करना है। वह कंप्यूटर विज्ञान में अपना करियर बनाना चाहता है। उनके पिता डॉ. राहुल पाटिल ने कहा, "हम अर्चित के लिए कुछ विदेशी संस्थानों की तलाश कर रहे हैं।
जेईई में टॉप करने के लिए अर्चित का मंत्र
जेईई मेन के टॉपर अर्चित पाटिल का सफलता का मंत्र निर्धारित कार्यक्रम का पालन करना है। किसी भी काम को लंबित न छोड़ें। उन्होंने न केवल हर दिन अपना गृहकार्य पूरा किया, बल्कि स्व-अध्ययन के लिए भी समय निकाला। उनके पिता डॉ. राहुल पाटिल ने कहा कि शिक्षकों द्वारा तैयार किए गए कार्यक्रम का पालन करने से वे सही रास्ते पर रहे। आखिरकार, जेईई एक आसान यात्रा नहीं है। अर्चित ने अंतर्राष्ट्रीय जूनियर विज्ञान ओलंपियाड में भी भाग लिया था।
जेईई टॉपर अर्चित पाटिल ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वह 10वीं पास करने के बाद जेईई की तैयारी के लिए राजस्थान के कोटा गए थे। पाटिल की माँ डॉ. अर्चना पाटिल एक एनेस्थिसियोलॉजिस्ट हैं। वह अपने बेटे को तैयार करने में मदद करने के लिए उसके साथ कोटा भी गई थी। उनके पिता डॉ. राहुल पाटिल एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं।
कंप्यूटर साइंस में करियर बनाना चाहते हैं?
17 वर्षीय अर्चित पाटिल का अगला लक्ष्य अब 26 मई को होने वाली जेईई एडवांस परीक्षा को पास करना है। वह कंप्यूटर विज्ञान में अपना करियर बनाना चाहता है। उनके पिता डॉ. राहुल पाटिल ने कहा, "हम अर्चित के लिए कुछ विदेशी संस्थानों की तलाश कर रहे हैं।
जेईई में टॉप करने के लिए अर्चित का मंत्र
जेईई मेन के टॉपर अर्चित पाटिल का सफलता का मंत्र निर्धारित कार्यक्रम का पालन करना है। किसी भी काम को लंबित न छोड़ें। उन्होंने न केवल हर दिन अपना गृहकार्य पूरा किया, बल्कि स्व-अध्ययन के लिए भी समय निकाला। उनके पिता डॉ. राहुल पाटिल ने कहा कि शिक्षकों द्वारा तैयार किए गए कार्यक्रम का पालन करने से वे सही रास्ते पर रहे। आखिरकार, जेईई एक आसान यात्रा नहीं है। अर्चित ने अंतर्राष्ट्रीय जूनियर विज्ञान ओलंपियाड में भी भाग लिया था।