India H1

EPFO ने UAN फ्रीजिंग और डी-फ्रीजिंग के लिए जारी किया नया सर्कुलर, अधिक जानें 

ईपीएफओ (EPFO) अपने सब्सक्राइबर्स को बेहतर सुविधा देने के लिए निरंतर नए कदम उठाता रहता है। हाल ही में, ईपीएफओ ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसके अनुसार यूएएन (Universal Account Number - UAN) को फ्रीज और डी-फ्रीज करने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार किया जा रहा है। इस एसओपी के तहत, उन ईपीएफ अकाउंट्स (EPFO Account) को वेरिफिकेशन के प्रोसेस से गुजरना होगा जिनसे फेक ट्रांजैक्शन या फ्रॉड होने की उम्मीद है।
 

EPFO: ईपीएफओ (EPFO) अपने सब्सक्राइबर्स को बेहतर सुविधा देने के लिए निरंतर नए कदम उठाता रहता है। हाल ही में, ईपीएफओ ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसके अनुसार यूएएन (Universal Account Number - UAN) को फ्रीज और डी-फ्रीज करने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार किया जा रहा है। इस एसओपी के तहत, उन ईपीएफ अकाउंट्स (EPFO Account) को वेरिफिकेशन के प्रोसेस से गुजरना होगा जिनसे फेक ट्रांजैक्शन या फ्रॉड होने की उम्मीद है।

वेरिफिकेशन प्रोसेस और अतिरिक्त समय

इस प्रोसेस में अकाउंट को MID, UAN और इंस्टिट्यूशन्स के लिए वेरिफिकेशन के कई स्टेप्स मौजूद हैं। इस वेरिफिकेशन के जरिये यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ईपीएफ अकाउंट में मौजूद राशि सुरक्षित है या नहीं। ईपीएफओ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब किसी सब्सक्राइबर या फिर फाउंडेशन को अकाउंट वेरिफिकेशन के लिए 30 दिन के अतिरिक्त 14 दिन का समय मिलेगा।

यूएएन फ्रीजिंग के तहत शामिल कैटेगरीज

ईपीएफ अकाउंट्स को फ्रीज करने का मतलब कई कैटेगरीज को डीएक्टिवेट करना है। आसान भाषा में समझें तो ईपीएफ अकाउंट की कुछ सुविधाओं को निष्क्रिय करना। नीचे दी गई कैटेगरीज ईपीएफ अकाउंट्स फ्रीजिंग में शामिल हैं:

यूनिफाइड पोर्टल पर लॉग-इन करना

कोई नया यूएएन डेवलप करना
मेंबर प्रोफाइल और एम्पलॉयर डीएससी में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता
कोई डिपॉजिट जो MID में अपेंडिक्स ई, वीडीआर स्पेशल या वीडीआर ट्रांसफर-इन के जरिए किया गया हो
क्लेम सेटलमेंट, फंड ट्रांसफर या विड्रॉल
पैन या जीएसटीएन के जरिये कोई नए फाउंडेशन का रजिस्ट्रेशन

डी-फ्रीजिंग के दौरान वेरिफिकेशन

ईपीएफओ डी-फ्रीजिंग के दौरान अकाउंट को वेरिफिकेशन की आवश्यकता होती है। डी-फ्रीजिंग की प्रक्रिया में भी कई कैटेगरीज शामिल होती हैं।

इस नई प्रक्रिया से ईपीएफओ अपने सब्सक्राइबर्स के खातों की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहता है और किसी भी फेक ट्रांजैक्शन या फ्रॉड की संभावना को कम करना चाहता है।

ईपीएफओ द्वारा जारी किया गया यह सर्कुलर यूएएन फ्रीज और डी-फ्रीज करने की प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे सब्सक्राइबर्स के खाते सुरक्षित रहेंगे और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सकेगा।