IAS Succes Story: फुल टाइम जॉब! प्रेग्नेंसी में खराब सेहत, ऑफिस जाते-जाते IAS बनने की तैयारी
IAS Succes Story:इस समय देशभर में लाखों अभ्यर्थी 26 मई को होने वाली यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा 2024 की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में पिछले कई सालों की आईएएस और आईपीएस अफसरों की सफलता की कहानियां आज कई अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा का काम करती हैं।
ऐसी ही एक प्रेरक कहानी आईएएस पद्मिनी नारायण की है, जिन्होंने न सिर्फ भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास किया, बल्कि नौकरी करते हुए आईएएस अफसर का पद पाने में भी कामयाब रहीं। इसके अलावा आपको बता दें कि पद्मिनी नारायण गर्भावस्था के दौरान नौकरी के साथ-साथ सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही थीं।
दूसरे प्रयास में मिली सफलता
पद्मिनी ने यूपीएससी सीएसई 2019 में अपने दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया 152वीं रैंक हासिल की, जिसके बाद वह आईएएस अफसर बन गईं। पद्मिनी के लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरके पुरम से की है। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने वर्ष 2010 में गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके अलावा पद्मिनी ने वर्ष 2011-2013 के दौरान गुरुग्राम के मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट से स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की।
यूपीएससी क्रैक करने की यह थी तकनीक
एक इंटरव्यू के दौरान पद्मिनी ने यूपीएससी की तैयारी की अपनी तकनीक साझा की। पद्मिनी ने बताया कि जिस समय उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की, उस समय उनकी नियुक्ति पर्यटन मंत्रालय द्वारा की गई थी। वहीं, एक असफल प्रयास के बाद उन्होंने बेहतर नतीजों के लिए अपनी रणनीति और संसाधनों में बदलाव किया। उन्होंने प्रत्येक विषय के लिए केवल एक किताब से तैयारी करने का फैसला किया।
करंट अफेयर्स के लिए रास्ते में अखबार पढ़ें
उन्होंने बताया कि जब उन्हें लगा कि तैयारी अच्छी हो गई है, तो उन्होंने प्रैक्टिस के लिए मॉक टेस्ट देना शुरू कर दिया। पद्मिनी की राय में परीक्षा की तैयारी के लिए उत्तर लिखने का अभ्यास बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि जब वह पढ़ाई करती थीं, तो पूरे दिन के लिए टॉपिक सेट कर लेती थीं। वह रोजाना की घटनाओं से अपडेट रहने के लिए अपने ऑफिस जाते समय अखबार पढ़ती थीं।
प्रेग्नेंसी के चलते सेहत पर भी दिया ध्यान
पद्मिनी ने इंटरव्यू के दौरान यह भी बताया कि वह प्रेग्नेंट थीं इसलिए उन्होंने अपनी सेहत पर भी पूरा ध्यान दिया। वह रोजाना 25-30 मिनट का ब्रेक लेती थीं और अपने खाने-पीने पर पूरा ध्यान देती थीं। पद्मिनी के मुताबिक, अगर आप जरूरी प्रयास करने के लिए तैयार हैं तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।