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Government Employees News: सरकारी कर्मचारियों की हो गई बल्ले बल्ले ! 26 जुलाई की सांझ से पहले आया बड़ा अपडेट

जुलाई का महीना केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (DA) के पुनरावलोकन का समय होता है। इस माह के अंत तक कर्मचारियों को यह जानने को मिलेगा कि महंगाई भत्ते में कितनी वृद्धि हुई है। पिछले कुछ महीनों में महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की उम्मीदें बनी हुई हैं।
 
सरकारी कर्मचारियों की हो गई बल्ले बल्ले ! 26 जुलाई की सांझ से पहले आया बड़ा अपडेट

Central Employees News: जुलाई का महीना केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (DA) के पुनरावलोकन का समय होता है। इस माह के अंत तक कर्मचारियों को यह जानने को मिलेगा कि महंगाई भत्ते में कितनी वृद्धि हुई है। पिछले कुछ महीनों में महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की उम्मीदें बनी हुई हैं।

जनवरी 2024 में महंगाई भत्ता 4% बढ़कर 50% हो गया था। जुलाई 2024 में महंगाई भत्ते में 2% से 3% की और वृद्धि की संभावना है, जिससे यह 53% तक पहुंच सकता है।

हाल ही में एआईसीपीआई (AICPI) के आंकड़ों के अनुसार, महंगाई भत्ता 53% तक पहुंच चुका है। जून के आंकड़े 31 जुलाई को जारी होंगे, जिनके आधार पर जुलाई से महंगाई भत्ते में 3% की वृद्धि होने की संभावना है।

यदि महंगाई भत्ता 50% तक पहुंचता है और इसे बेसिक सैलरी में मर्ज किया जाता है, तो निम्नलिखित लाभ मिल सकते हैं:

हाउस रेंट अलाउंस (HRA)
चिल्ड्रेंस एजुकेशन अलाउंस (CAA)
चाइल्डकेयर स्पेशल अलाउंस
हॉस्टल सब्सिडी
ट्रांसफर पर TA
ग्रेच्युटी सीमा (Gratuity)
ड्रेस अलाउंस
माइलेज भत्ता
दैनिक भत्ता (Daily Allowance)

पिछली बार जब बेस इयर में बदलाव हुआ था, तो महंगाई भत्ता शून्य हो गया था। इस बार संभावना है कि महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में मर्ज नहीं किया जाएगा। इसके कारण, कर्मचारियों को कुछ अलाउंस में कमी का सामना करना पड़ सकता है।

वर्ष 2026 में आठवें वेतन आयोग के गठन की संभावना को देखते हुए, वर्तमान महंगाई भत्ते की गणना जारी रह सकती है। यदि महंगाई भत्ता 3% और बढ़ता है तो यह 53% हो जाएगा, जिससे कर्मचारियों को लाभ हो सकता है, लेकिन कई अलाउंस में कमी भी हो सकती है।

कुल मिलाकर, जुलाई का महीना केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी के लिहाज से महत्वपूर्ण रहेगा। इस बार भी बढ़ोतरी की उम्मीदें हैं, लेकिन इसे बेसिक सैलरी में मर्ज करने की संभावना नहीं है। इससे कर्मचारियों को कुछ अलाउंस में कमी का सामना करना पड़ सकता है।