Success Story: ये भाई-बहन एक साथ सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते थे, कुछ आईएएस और कुछ आईपीएस अधिकारी बन जाते थे
indiah1,नई दिल्लीः सफलता की कहानीः हमारे समाज में उत्कृष्टता की ओर बढ़ने की यात्रा बहुत चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इन भाइयों-बहनों ने अपनी मेहनत और संघर्ष से यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है। आइए इन कहानियों से प्रेरणा लेते हैं और जानते हैं कि कैसे एक साथ परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले इन भाइयों और बहनों ने आईएएस, आईपीएस अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा किया।
पंकज और अमित कुमावत
ब्राइट ब्राइट राजस्थान के झुंझुनू जिले के पंकज और अमित कुमावत ने वर्ष 2019 में यूपीएससी सीएसई में सफलता हासिल की। दोनों भाइयों ने 2018 में पहले प्रयास में सी. एस. ई. परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उन्होंने फिर से कोशिश करने का फैसला किया और अमित ने 423वीं रैंक हासिल की और पंकज ने 424वीं रैंक हासिल की। दोनों ने आई. ए. एस. कैडर में सफलता हासिल की।
अंकिता और वैशाली
अंकिता और वैशाली, दोनों असली बहनों ने एक साथ यूपीएससी सीएसई पास किया है। वैशाली ने अपने दूसरे प्रयास में 21वीं रैंक हासिल की, जबकि अंकिता ने अपने तीसरे प्रयास में तीसरी रैंक हासिल की। दोनों ने आई. ए. एस. अधिकारी का पद हासिल किया है।
सिमरान और सृष्टि
उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले सिमरन और सृष्टि ने 2020 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त की। सिमरन ने अपने तीसरे प्रयास में 474वीं रैंक हासिल की, जबकि सृष्टि ने अपने पहले प्रयास में 373वीं रैंक हासिल की।
अंजलि और अनामिका
राजस्थान के दौसा जिले की बहनों अंजलि और अनामिका ने वर्ष 2019 में यूपीएससी सीएसई परीक्षा में सफलता हासिल की। अनामिका ने यूपीएससी में 116वीं रैंक हासिल की थी, जबकि अंजलि ने अपने पहले प्रयास में 494वीं रैंक हासिल की थी।
इन कहानियों से हम सीखते हैं कि कड़ी मेहनत, संघर्ष और सहयोग से भरा जीवन बहुत धन्य हो सकता है। इन भाइयों और बहनों ने अपनी साझेदारी और अपनी सफलता का राज छिपा रखा है।