चिराग योजना के तहत हरियाणा प्रदेश के किस-किस जिले के कितने स्कूल पढ़ाएंगे गरीब बच्चों को, देखें पूरी लिस्ट
हरियाणा प्रदेश में चिराग योजना के तहत पढ़ने वाले प्राइवेट स्कूलों की लिस्ट जारी हो चुकी है। इस योजना के तहत हरियाणा प्रदेश के 551 विद्यालयों की लिस्ट विभाग द्वारा जारी की गई है। जो प्रदेश के गरीब बच्चों को अपने स्कूलों में पढ़ाएंगे। शिक्षा विभाग की तरफ से हरियाणा प्रदेश के ऐसे सभी स्कूलों की सूची जारी कर दी है। चिराग योजना के तहत अपने बच्चों को पढ़ने हेतु अभिभावकों को अपने बच्चों का दाखिला करवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करवाना होगा। शिक्षा विभाग द्वारा गरीब बच्चों के दाखिले हेतु ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख 31 मार्च रखी गई है।
शिक्षा निदेशालय ने के अनुसार मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों को चिराग योजना मैं शामिल होने हेतु किसी भी प्रकार का दबाव नहीं दिया गया है। यह स्कूल अपनी सहमति से विभाग की वेबसाइट पर गरीब बच्चों को पढ़ने हेतु पंजीकरण किया है। इस योजना के तहत विद्यालयों को 10 फरवरी तक सहमति के साथ ही कक्षा अनुसार सीटों का ब्यौरा भी साइट पर देना होगा। वहीं 10 मार्च तक सभी सीटों का विवरण नोटिस बोर्ड पर चिपकाना होगा।
12वीं कक्षा तक के बच्चे ले सकेंगे दाखिला
शिक्षा बोर्ड की चिराग योजना के तहत चौथी कक्षा से 12वीं कक्षा के बच्चे दाखिला ले सकते हैं।ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये या इससे कम है वो अपने बच्चों का दाखिला निजी विद्यालयों में इस योजना के तहत करवा सकते हैं। इस योजना में वही विद्यार्थी पात्र होंगे जिन्होंने पिछली कक्षा राजकीय स्कूल से उत्तीर्ण की है। चिराग योजना के अनुसार हरियाणा प्रदेश में चौथी कक्षा से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थी ही दाखिला ले सकते हैं।विद्यालयों में प्राप्त आवेदन निर्धारित सीटों से अधिक होने की स्थिति में दाखिले के लिए ड्रा प्रणाली अपनाई जाएगी। ड्रा कपड़ा नाम 1 अप्रैल से 5 अप्रैल के मध्य निकाला जाएगा।
जाने किस-किस जिले के कितने स्कूल हुए चिराग योजना में शामिल
चिराग योजना के तहत प्रदेश के अंबाला जिले के 27 स्कूल,
महेंद्रगढ़ जिले के 09 स्कूल,
भिवानी जिले के 56 स्कूल,
नूंह जिले के 14, चरखी दादरी के 9, पलवल के 13, फरीदाबाद के 35, पंचकूला के 07, गुरुग्राम के 10, पानीपत के 29, हिसार के 45, रेवाड़ी के 11, झज्जर के 23, रोहतक के 12, जींद के 48, सिरसा के 43, कैथल के 31, सोनीपत के 35, करनाल के 30,
यमुनानगर के 12 और कुरुक्षेत्र के 42 स्कूल शामिल हुए हैं। इस योजना के तहत प्रदेश के कुल 551 स्कूलों ने गरीब बच्चों को पढ़ाने हेतु सहमति जताई है।