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HSSC Recruitment: इन 100 कर्मचारि‍यों की नहीं होगी ज्वाइनिंग, जानें क्या है वजह 

 
इन 100 कर्मचारि‍यों की नहीं होगी ज्वाइनिंग, जानें क्या है वजह 

चंडीगढ़। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा चयनित लगभग 100 डिग्री और डिप्लोमा धारक (इलेक्ट्रिकल) एक महीने के बाद भी उत्तर हरियाणा वितरण बिजली निगम में शामिल नहीं हो पाए हैं।

इस वजह से नौकरी मिलने का आनंद इन युवाओं के लिए निराशा में बदल रहा है। नवनिर्वाचित सहायक लाइनमैन अपने गैर-शामिल होने के खिलाफ पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय जाने की तैयारी कर रहे हैं।

यह कहा जाता है कि ये कर्मचारी शामिल नहीं हो रहे हैं क्योंकि उनके पास उच्च योग्यता i.e है। सहायक लाइनमैन के अकादमिक मैट्रिक द्वारा प्रस्तुत 60 प्रतिशत आईटीआई के बजाय 55 प्रतिशत अंकों के साथ चार वर्षीय बीटेक और तीन वर्षीय डिप्लोमा।

विद्युत वितरण निगम प्रबंधन और सरकार बीटेक इलेक्ट्रिकल और डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल 55 प्रतिशत को मैट्रिक आईटीआई 60 प्रतिशत अंकों के बराबर मानने के लिए तैयार नहीं हैं। वह डिग्री और डिप्लोमा में 60 प्रतिशत अंकों की भी मांग कर रही है।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के अध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि पत्र दस्तावेज़ सत्यापन और नव चयनित उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में शामिल होने के लिए भेजा गया था।

जब छात्र अपने पर्चे लेकर यूएचवीवीएन के मुख्यालय पंचकूला पहुंचे, तो डिप्लोमा और डिग्री में 60 प्रतिशत से कम अंकों वाले नए चयनित सहायक लाइनमैन को शामिल नहीं किया गया। उन्हें यूएचवीवीएन द्वारा अयोग्य घोषित कर दिया गया था।

लांबा के अनुसार, डीएचवीवीएन में डिप्लोमा और डिग्री धारक इलेक्ट्रिकल में 60 प्रतिशत कम अंकों के साथ एक दर्जन नव चयनित सहायक लाइनमैन को शामिल किया गया और प्रशिक्षित किया गया, लेकिन एक महीने के बाद, 12 सहायक लाइनमैन को पिछले शुक्रवार को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही नियुक्ति नहीं होती है तो इन कर्मचारियों के पास पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।