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IAS success story: 22 की उम्र में पहले प्रयास में ये महिला बनी IAS अधिकारी, जानें सघंर्ष की कहानी 

UPSC की परीक्षा को पास करना बहुत कठिन है। UPSC इस परीक्षा को 3 चरणों में करवाती है। पहली और दूसरी लिखित परीक्षा होती है। लिखित परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवार का इंटरव्यू लिया जाता है। देश में बहुत ही कम लोग होते है जो इस परीक्षा को पास करके IAS या IPS अधिकारी बनते है। आज हम आपको एक ऐसी ही महिला अधिकारी के बारे में बताने जा रहे है। आइये जानते है इनकी सघंर्ष की कहानी
 
22 की उम्र में पहले प्रयास में ये महिला बनी IAS अधिकारी

IAS success story : यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम हमारे देश में कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। ऐसा कम ही देखा गया है कि किसी ने यह एग्जाम बिना कोचिंग किये केवल स्व-अध्ययन के बल पर पहले ही प्रयास में इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सके।

लेकिन यह कठिन काम IAS चंद्रज्योति सिंह ने करके दिखाया। उन्होंने यूपीएससी 2019 में अपने पहले ही अटेम्प्ट में देशभर में 28वीं रैंक पाकर एक अलग मुकाम हासिल किया। इसके साथ ही उन्होंने यह परीक्षा केवल 22 वर्ष की उम्र में पास कर ली।

बचपन से है देश सेवा का जूनून

चंद्रज्योति के पिता दलबरा सिंह रिटायर्ड आर्मी रेडियोलॉजिस्ट हैं और उनकी माता मीना सिंह ने अपनी सेवाएं सेना में दी हैं, जिसके चलते उनके अंदर भी देश सेवा का जुनून बचपन से ही आ गया और उन्होंने आईएएस बनने का सपना देखा।

स्व-अध्ययन को बताया बेस्ट

चंद्रज्योति सिंह ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई समाप्त कर एक साल का ब्रेक लिया और उसके बाद यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम की तैयारी शुरू की। उन्होंने इसकी तैयारी के लिए केवल स्व-अध्ययन पर भरोसा किया और इसके लिए किसी भी प्रकार की कोचिंग का सहारा लिया।

तैयारी के लिए उन्होंने प्रतिदिन 6 से 8 घंटे तक अध्ययन किया। इसके अलावा एग्जाम नजदीक आने पर उन्होंने एक दिन में 10 घंटे या उससे भी अधिक पढ़ाई की। अन्य विषयों के अध्ययन के साथ वे प्रतिदिन न्यूज पेपर पढ़ती थीं और डेली करेंट अफेयर्स की तैयारी करती रहीं, जिसके चलते उन्हें एग्जाम क्रैक करने में आसानी हुई।