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Haryana News: हरियाणा के 5वी तक स्कूली बच्चों के लिए जरूरी खबर! अब स्कूल में बनेगा  ये दस्तावेज

Haryana News: हरियाणा के 5वी तक स्कूली बच्चों के लिए जरूरी खबर! अब स्कूल में बनेगा  ये दस्तावेज
 
haryana school news

haryana school news:आपने अक्सर निजी स्कूलों में जाने वाले विद्यार्थियों को गले में आईकार्ड लटकाए देखा होगा। अब से हरियाणा के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को भी यह सुविधा मिलेगी। अब ये विद्यार्थी अपनी ड्रेस के साथ गले में आईकार्ड लटकाए नजर आएंगे।


गौरतलब है कि शिक्षा विभाग विद्यार्थियों के आईकार्ड बनाने की योजना पर विचार कर रहा है। पहले कदम के तौर पर इसमें पहली से पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा।

शिक्षा विभाग ने लॉन्च किया ऐप

आपको बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से एक ऐप लॉन्च किया गया है, जिसमें अध्यापक विद्यार्थियों का डाटा अपलोड करेंगे। जब यह प्रक्रिया शुरू होगी तो स्कूलों में आईकार्ड भेज दिए जाएंगे। यमुनानगर में कक्षा एक से पांचवीं तक के 594 सरकारी स्कूल हैं।


अब ये विद्यार्थी भी गले में आईकार्ड लटकाकर स्कूल जाएंगे। गौरतलब है कि इससे पहले भी कुछ स्कूलों ने अपने स्तर पर विद्यार्थियों को आईकार्ड दिए थे, लेकिन अब प्राथमिक स्कूलों के पहली से पांचवीं कक्षा तक के सभी विद्यार्थियों को भी आईकार्ड दिए जाएंगे।

एक सप्ताह बाद पहुंचाए जाएंगे आईडी कार्ड जिस तरह से निजी स्कूलों में विद्यार्थी बिना आईडी कार्ड के स्कूल में प्रवेश नहीं कर पाते हैं, उसी तरह से सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी भी बिना आईडी कार्ड के स्कूल में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। विद्यार्थियों को छुट्टी तक यह कार्ड गले में लटकाए रखना होगा। 


शिक्षा विभाग ने स्कूलों को एप पर डाटा भरने और समय पर यह प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। यह कार्य होने के एक सप्ताह बाद विद्यार्थियों के आईडी कार्ड स्कूल में पहुंचा दिए जाएंगे। कक्षावार अध्यापकों को आईडी कार्ड दिए जाएंगे। 


इस माह के अंत तक दिए जाएंगे आईडी कार्ड इस विषय पर जानकारी देते हुए निपुण हरियाणा मिशन के जिला समन्वयक संजीव कुमार का कहना है कि अब प्राथमिक स्कूलों के विद्यार्थी भी गले में आईडी कार्ड लटकाकर स्कूल आएंगे। यह सरकार की सराहनीय पहल है। 


अनुमान है कि इस माह के अंतिम सप्ताह तक सभी बच्चों को आईडी कार्ड दे दिए जाएंगे। अध्यापकों को एप के माध्यम से बच्चों का डाटा अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। आईडी कार्ड बनाने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी। 


इसके लिए एक ऐप लॉन्च किया गया है, जिसमें बच्चों का नाम, जन्मतिथि, फोटो, कक्षा, फोन नंबर सहित अन्य जरूरी जानकारी अपलोड करनी होगी। ऐप पर जानकारी भरने में कोई दिक्कत आने पर जिला समन्वयक से मदद ली जा सकती है।