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Success Story: मां के मार्गदर्शन से किसान की बेटी ने तीसरे प्रयास में हासिल की ऑल इंडिया 7वीं रैंक, अब बनी IFS अधिकारी  

 
मां के मार्गदर्शन से किसान की बेटी ने तीसरे प्रयास में हासिल की ऑल इंडिया 7वीं रैंक

IFS Kavya Y.S Success Story : देश में हर साल लाखों उम्मीदवार UPSC की तैयारी करते है। इनमें से बहुत कम लोग होते है जो इस परीक्षा को पास करके IAS-IPS और IFS अधिकारी बनते है। कहा जाता है कि जीवन में सही मार्गदर्शन करने वाला होना चाहिए, जिससे आप अपनी किस्मत बदल सकते है।

आज हम एक ऐसी ही महिला अधिकारी के बारे में बता रहे है जिनका  मार्गदर्शन उनकी मां ने किया और वो IFS अधिकारी बन गई। हम बात कर रहे है काव्या वाई.एस (Kavya Y.S) की। काव्या कर्नाटक के चिकमगलुरु के वी यारादाकेरे गांव की रहने वाली है।

काव्या पिछले काफी समय से IAS अधिकारी बनना चाहती थी। काव्या ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव के स्कूल से ही की। उसके बाद 10वीं करने के लिए शहर में चली गई। काव्या के पिता किसान है और उनकी मां गांव में एक किरायाने की दुकान चलाती है। 

काव्या ने चित्रदुर्ग के सिरिगेरे में आवासीय तारालाबालू माता स्कूल से कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद काव्या ने बेंगलुरु से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में बी.टेक(B.Tech) की डिग्री हासिल की।  

काव्या शुरू से ही सिविल सर्विस में नौकरी करना चाहती थी। लेकिन काव्या को सही मार्गदर्शन न मिलने से UPSC की पढ़ाई सही से नहीं कर पाई।   ग्रेजुएट करने के बाद काव्या ने वर्ष 2017 में अपने घर के पास एक कोचिंग सेंटर खुलने से वहां पर काम किया।

उस सेंटर में  विशेष रूप से प्रीलिम्स परीक्षा के मार्गदर्शन प्रदान करता था। काव्या अपने पहले प्रयास में प्रीलिम्स परीक्षा को  पास नहीं कर पाईं। उसके बाद काव्या वर्ष 2019 में इंटरव्यू फेज तक पहुंच गई और परीक्षा में असफल रही।

लेकिन काव्या न हार नहीं मानी। उसके बाद उनकी मां ने काव्या का मार्गदर्शन किया। काव्या ने अफनी कड़ी मेहनत से और सही मार्गदर्शन से UPSC की परीक्षा में ऑल इंडिया 7वीं रैंक हासिल करके IFS अधिकारी बन गई।