6950 करोड़ हो रहे खर्च, नई दिल्ली से हावड़ा के बीच 200 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन, जानिए पूरी डिटेल
नई दिल्ली से हावड़ा के बीच करीब 1490 किलोमीटर ट्रैक को मिशन रफ्तार के तहत 6,950 करोड़ की लागत से हाईटेक किया जा रहा है।
Mar 31, 2024, 21:42 IST
indiah1, मिशन रफ्तार के तहत नई दिल्ली से हावड़ा के बीच में ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाया जाएगा। 2017 से जारी कार्य साल के अंत तक काम पूरा हो जाएगा। मिशन रफ्तार के तहत रेलवे नई दिल्ली से हावड़ा के बीच ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए ट्रैक को सुदृढ़ किया जा रहा है। इसके साथ ही आधारभूत संरचना में बदलाव हो रहा है। देशभर में दो रूट पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए काम किए जा रहे हैं।
नई दिल्ली से हावड़ा के बीच करीब 1490 किलोमीटर ट्रैक को मिशन रफ्तार के तहत 6,950 करोड़ की लागत से हाईटेक किया जा रहा है। इसके तहत सिग्नल सिस्टम और रेलवे ट्रैक पर पैसा जारी होने के बाद तीव्र गति से काम हो रहा है। साल अंत तक काम पूरा हो जाएगा। इससे मिर्जापुर, प्रयागराज, कानपुर, मुगलसराय सहित अन्य जनपदों को फायदा मिलेगा, जहां यात्रा का समय घटकर आधा हो जाएगा।
200 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन
नई दिल्ली से हावड़ा के बीच में रफ्तार को बढ़ाकर 160 से 200 किलोमीटर तक किया जाना है। वर्तमान में 100 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चल रही है। इसके लिए नए पुल, कर्व को हटाने और यार्ड रिमाडलिंग का कार्य किया जा रहा है। पुराने ट्रैक को बदलकर नए हैवी ट्रैक (पटरी) लगाया जा रहा है। पहले नई दिल्ली से हावड़ा की दूरी 22 घंटे में तय होती थी। उसे घटाकर 12 से 14 घंटे में किया जाएगा।
आटोमेटिक सिग्नल से सुविधा
तेज रफ्तार रेल गाड़ियों को सुरक्षित रखने के लिए एडवांस सिग्नल सिस्टम और कवच तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही आधुनिक ओएचई तार का प्रयोग किया जाएगा। ट्रैक के दोनों तरफ सीमेंटेड दीवार बनाए जा रहे हैं, ताकि कोई छुट्टा पशु या जानवर ट्रेन से न टकराए। ट्रैक की निगरानी के लिए अत्याधुनिक आटोमेटिक मशीनों और कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) का निर्माण हो जाने के बाद मालगाड़ी उस ट्रैक से चलेगी। वहीं, वंदे भारत व स्लीपर ट्रैन का संचालन इस रूट से किया जाएगा। देशभर में दो रेलवे रूट नई दिल्ली-हावड़ा और नई दिल्ली-मुंबई रूट पर काम किया जा रहा है।
दिसंबर तक पूरा हो जाएगा कार्य
उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि इस साल के दिसंबर महीने तक कार्य पूरा हो जाएगा। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए ही यात्रियों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा गया है। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि भविष्य में ट्रेनों की संख्या भी बढ़ सकती है।मिशन रफ्तार के तहत नई दिल्ली से हावड़ा के बीच में ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाया जाएगा। 2017 से जारी कार्य साल के अंत तक काम पूरा हो जाएगा। मिशन रफ्तार के तहत रेलवे नई दिल्ली से हावड़ा के बीच ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए ट्रैक को सुदृढ़ किया जा रहा है। इसके साथ ही आधारभूत संरचना में बदलाव हो रहा है। देशभर में दो रूट पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए काम किए जा रहे हैं।
नई दिल्ली से हावड़ा के बीच करीब 1490 किलोमीटर ट्रैक को मिशन रफ्तार के तहत 6,950 करोड़ की लागत से हाईटेक किया जा रहा है। इसके तहत सिग्नल सिस्टम और रेलवे ट्रैक पर पैसा जारी होने के बाद तीव्र गति से काम हो रहा है। साल अंत तक काम पूरा हो जाएगा। इससे मिर्जापुर, प्रयागराज, कानपुर, मुगलसराय सहित अन्य जनपदों को फायदा मिलेगा, जहां यात्रा का समय घटकर आधा हो जाएगा।
200 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन
नई दिल्ली से हावड़ा के बीच में रफ्तार को बढ़ाकर 160 से 200 किलोमीटर तक किया जाना है। वर्तमान में 100 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चल रही है। इसके लिए नए पुल, कर्व को हटाने और यार्ड रिमाडलिंग का कार्य किया जा रहा है। पुराने ट्रैक को बदलकर नए हैवी ट्रैक (पटरी) लगाया जा रहा है। पहले नई दिल्ली से हावड़ा की दूरी 22 घंटे में तय होती थी। उसे घटाकर 12 से 14 घंटे में किया जाएगा।
आटोमेटिक सिग्नल से सुविधा
तेज रफ्तार रेल गाड़ियों को सुरक्षित रखने के लिए एडवांस सिग्नल सिस्टम और कवच तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही आधुनिक ओएचई तार का प्रयोग किया जाएगा। ट्रैक के दोनों तरफ सीमेंटेड दीवार बनाए जा रहे हैं, ताकि कोई छुट्टा पशु या जानवर ट्रेन से न टकराए। ट्रैक की निगरानी के लिए अत्याधुनिक आटोमेटिक मशीनों और कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) का निर्माण हो जाने के बाद मालगाड़ी उस ट्रैक से चलेगी। वहीं, वंदे भारत व स्लीपर ट्रैन का संचालन इस रूट से किया जाएगा। देशभर में दो रेलवे रूट नई दिल्ली-हावड़ा और नई दिल्ली-मुंबई रूट पर काम किया जा रहा है।
दिसंबर तक पूरा हो जाएगा कार्य
उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि इस साल के दिसंबर महीने तक कार्य पूरा हो जाएगा। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए ही यात्रियों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा गया है। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि भविष्य में ट्रेनों की संख्या भी बढ़ सकती है।मिशन रफ्तार के तहत नई दिल्ली से हावड़ा के बीच में ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाया जाएगा। 2017 से जारी कार्य साल के अंत तक काम पूरा हो जाएगा। मिशन रफ्तार के तहत रेलवे नई दिल्ली से हावड़ा के बीच ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए ट्रैक को सुदृढ़ किया जा रहा है। इसके साथ ही आधारभूत संरचना में बदलाव हो रहा है। देशभर में दो रूट पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए काम किए जा रहे हैं।