अग्नि वीरों को आरक्षण देने की तैयारी में जुटे सीआईएसएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ। जाने अग्नि वीरों से भारतीय सेना को क्या लाभ मिलने वाला है।

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने पूर्व अग्निवीरों को कांस्टेबल के पदों पर 10 प्रतिशत आरक्षण देने की तैयारी शुरू कर दी है। इस भर्ती में उन्हें पहली बार उम्र सीमा में पांच वर्ष और उसके उपरांत तीन वर्ष की छूट प्रदान की जाएगी। उन्हें शारीरिक दक्षता की परीक्षा भी नहीं देनी होगा, लेकिन फिटनेस प्रमाणपत्र देना होगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले वर्ष केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में पूर्व अग्निवीरों को आरक्षण देने की घोषणा की थी।
सीआइएसएफ की महानिदेशक नीना सिंह ने दूरदर्शन से कहा, 'केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्व अग्निवीरों की भर्ती के संबंध में महत्वपूर्ण फैसला लिया है। उसके अनुरूप सीआइएसएफ भी पूर्व अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया की तैयारी कर रहा है उन्होंने कहा कि पूर्व अग्नि वीरों के साथ-साथ सीआईएफ को भी
इसका फायदा मिलेगा क्योंकि बल को प्रशिक्षित व अनुशासित कर्मी मिल सकेंगे। बीएसएफ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने कहा, 'उन्हें (पूर्व अग्निवीर) चार वर्ष का अनुभव होगा। वे पूरी तरह अनुशासित और प्रशिक्षित जवान होंगे। यह बीएसएफ के लिए बहुत अच्छी बात है क्योंकि हमें प्रशिक्षित जवान मिल रहे हैं। अल्पकालिक प्रशिक्षण के बाद उन्हें सीमा पर तैनात किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा बलों को पूर्व अग्निवीरों को भर्ती करने का लाभ मिलेगा।
सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने कहा कि पूर्व अग्निवीरों को भर्ती करने के लिए बल में सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। भर्ती नियमों को तदनुसार संशोधित कर लिया गया है। उन्होंने कहा, 'पूर्व अग्निवीरों को भर्ती करना बल के लिए स्वागत योग्य कदम है क्योंकि वे सेना में प्रशिक्षित होंगे औरतीनों सेनाओं में पहले ही सेवा दे चुके होंगे। वे पहले दिन से ही समर्पण और अनुशासन लाएंगे।' सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने भी कहा कि पूर्व अग्निवीरों के लिए भर्ती नियमों में बदलाव कर लिया गया है।
केंद्रीय सुरक्षा बलों की ओर से ये बयान ऐसे समय आए हैं जब कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी पार्टियां इस योजना को लेकर सरकार पर निशाना साध रही हैं। उनका कहना है कि चार वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 75 प्रतिशत अग्निवीरों का क्या होगा क्योंकि सिर्फ 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही 15 वर्षों के लिए सेना में बरकरार रखा जाएगा। हालांकि विभिन्न केंद्रीय एजेंसियां एवं विभाग पहले ही पूर्व अग्निवीरों को भर्ती करने की योजना की घोषणा क चुके हैं। केंद्र सरकार ने जून, 2022 में अग्निपथ योजना लांच की थी।
पहली बार उम्र सीमा में 5 वर्ष में फिर मिलेगी 3 वर्ष की छूट।