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करोड़ों रेलवे यात्रियों को मिला बड़ा तौहफा, वंदे भारत और अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन को लेकर हूई बड़ी घोषणा 

करोड़ों रेलवे यात्रियों को मिला बड़ा तौहफा, वंदे भारत और अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन को लेकर हूई बड़ी घोषणा 
 
वंदे भारत , अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन

भारत देश के अंदर करोड़ों रेलवे यात्रियों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। भारतीय रेलवे अगले 5 साल के भीतर 250 से अधिक वंदे भारत एक्सप्रैस और 300 से अधिक अमृत भारत एक्सप्रैस ट्रेनें चलाएगी और देश में रेलवे पटरियों की लंबाई डेढ़ लाख ट्रैक किलोमीटर से अधिक हो जाएगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यहां पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि वंदे भारत एक्सप्रैस का स्लीपर संस्करण का ढांचा बन चुका है और अब साज- सज्जा की जा रही है। 2 माह के भीतर इसके ट्रायल यानी परीक्षण शुरू हो जाएंगे। अगले 6 माह के भीतर ये गाड़ी पटरियों पर दौड़ने लगेगी। उन्होंने कहा कि वंदे भारत के मौजूदा चेयरकार संस्करण के परिचालन के अनुभवों के आधार पर निरंतर सुधार की प्रक्रिया चल रही है।

उन्होंने कहा कि वंदे भारत के स्लीपर संस्करण में गुरुत्वाकर्षण का केन्द्र ऊंचा होने के कारण उसे
संतुलित करने के लिए नीचे के बेस को भारी बनाना जरूरी है। वंदे भारत के स्लीपर संस्करण और चेयरकार के नए संस्करण में मोटर के डिजाइन और बोगी के डिजाइन में सुधार किया
गया है और मोटर में धूल मिट्टी और पत्थर आने की समस्या का समाधान किया गया है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत के स्लीपर संस्करण 16, 20 या 24 कोच वाले सैट होंगे।

वैष्णव ने कहा कि गैर वातानुकूलित स्लीपर एवं जनरल कोच वाली अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन के 2 सैट की कामयाबी के बाद उसके निर्माण को गति दी गई है। लक्ष्य है कि 2029 के पहले 300 से 400 अमृत भारत एक्सप्रैस ट्रेन सैट और 250 से 300 वंदे भारत एक्सप्रैस ट्रेन सैट (चेयरकार एवं स्लीपर दोनों सैट) बना कर पटरियों पर चलेंगे। उन्होंने कहा कि रेलवे अल्प आय वर्ग से लेकर मध्यम आय वर्ग के यातायात का साधन है और उनकी सुविधाओं में लगातार विस्तार के लिए रेलवे प्रतिबद्ध है।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नए ट्रेन सैटों और नई गाड़ियों के आने के साथ-साथ ही रेलवे पटरियों के नैटवर्क का विस्तार हो रहा है। बीते वर्ष 5300 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई गई है। इस समय भारतीय रेलवे की पटरियों की लंबाई एक लाख 30 हजार ट्रैक किलोमीटर और 75 हजार रूट किलोमीटर से अधिक हो गई है। आगामी 5 साल में सालाना 5000 किलोमीटर पटरियां बिछाने की योजना है। यानी 5 साल में रेलवे नैटवर्क डेढ़ लाख ट्रैक किलोमीटर से अधिक हो जाएगा।

सुरक्षित यात्रा के लिए 6000 किलोमीटर पर लगाया जाएगा कवच


रेलवे विभाग यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए 6000 किलोमीटर पर कवच लगाएगा।
वैष्णव ने कहा कि नैटवर्क की क्षमता का विस्तार होने के बाद नई गाड़ियों को तेज गति से चलाना संभव होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षित यात्रा के लिए 6000 किलोमीटर के मार्ग पर कवच लगाने का काम द्रुत गति से चल रहा है और अब 10,000 किलोमीटर मार्ग को कवच से लैस करने के लिए निविदा लाने की तैयारी की जा रही है। रेल मंत्री ने यह भी बताया कि इस वर्ष गर्मियों के सीजन में रेलवे ने अब तक रिकॉर्ड संख्या में 19,837 विशेष ट्रेनें चलाई गई है जिनमें 4 करोड़ से अधिक यात्रियों ने यात्रा की है।