जींद में ओपीएस बहाली के लिए पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने काले कपड़ो में सरकार के खिलाफ निकाला पेंशन आक्रोश मार्च
जींद में ओपीएस बहाली के लिए पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं जिसके लिए संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र धारीवाल की अध्यक्षता में जींद की बैरागी धर्मशाला में जिला स्तरीय ओपीएस सम्मेलन कर धर्मशाला से शहीदी स्मारक तक पेंशन आक्रोश मार्च निकाला। प्रदेश के कर्मचारी पिछले कई वर्षों से ओपीएस बहाली की मांग कर रहे हैं इसको लेकर पेंशन बहाली संघर्ष समिति प्रदेश में कई बड़े आंदोलन कर चुकी है जिसके दबाव में हरियाणा सरकार द्वारा 20 फरवरी 2024 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाई पॉवर कमेटी का गठन कर चुकी है.
उसके बावजूद भी अभी तक सरकार ओपीएस बहाली के लिए कोई फैसला नहीं ले सकी, जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी नाराजगी है, जिसका असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था। मंच का संचालन कर रहे राज्य महासचिव ऋषि नैन ने कहा कि संघर्ष समिति पिछले सात सालों से प्रदेश सरकार से ओपीएस बहाली की मांग कर रही है उसके बावजूद भी सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है जिससे प्रदेश के सभी विभागों के कर्मचारियों में भारी नाराजगी है। इसी नाराजगी को व्यक्त करने के लिए संघर्ष समिति अब सभी जिलों में काले कपड़ों में पेंशन आक्रोश मार्च निकालेगी।
जींद जिला प्रधान जोगिन्द्र लोहान और राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनूप लाठर ने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले भी संघर्ष समिति जींद में बड़ी रैली कर सरकार को चेता चुकी है कि जल्द से जल्द ओपीएस बहाल करे वरना संघर्ष समिति द्वारा वोट फॉर ओपीएस की मुहिम चलाई जाएगी जिसका असर लोकसभा चुनाव में देखने को मिला है अगर सरकार अब भी ओपीएस बहाली को लेकर सकारात्मक कदम नहीं उठाती तो वोट फॉर ओपीएस की मुहिम जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि 25 जून को संघर्ष समिति ने सभी मंत्रियों और मुख्यमंत्री को ओपीएस बहाली के लिए ज्ञापन दिया था लेकिन कैबिनेट मीटिंग में सरकार द्वारा कोई कदम ना उठाने संघर्ष समिति ने आंदोलन को तेज कर दिया है जिसकी शुरूआत आज जींद से की गई। अब सभी जिलों में आक्रोश मार्च किया जाएगा।
अगर सरकार ओपीएस बहाली के लिए जल्द कमद नहीं उठाती तो 1 सितंबर को पंचकूला में रैली कर मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। राजबाला कौशिक ने कहा कि पेंशन आक्रोश मार्च में जींद जिले के सभी कर्मचारी संगठन शामिल हुए, जिसमे अनुराधा गुप्ता, देवीलाल सहारण, सुनील खटकड़, वजीर गांगोली, विजय भुना, बलराम आर्य, दिनेश शर्मा, नरेश खेदड़, राजेश शर्मा, राजा शामदो, सुरेंद्र मान, जोगेंद्र नेहरा, जसबीर चहल, सुनीता कालीरमन, ओम पाल ढांडा, किरण लोहान, राजेश आसन, नीति सुखीजा, ज्योति, किरणलता आदि शामिल रहे।