Haryana News : हरियाणा के इस रेलवे स्टेशन से गांधी जी का है खास नाता, अंग्रेजों नें पहली बार यहीं से किया था गिरफ्तार
Haryana News : इतिहास गवाह है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का पलवल रेलवे स्टेशन से पुराना नाता रहा है। दरअसल, 10 अप्रैल 1919 को अंग्रेजों ने पहली बार महात्मा गांधी को पलवल के रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार किया गया था।
उस वक्त गांधीजी रॉलेट एक्ट के विरोध में पंजाब जा रहे थे। ब्रिटिश सरकार ने स्वाधीनता आंदोलन को कुचलने के लिए रॉलेट एक्ट बनाया था। 6 अप्रैल 1919 को इस एक्ट के विरोध में देशव्यापी हड़ताल थी।
पलवल रेलवे स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार, महात्मा गांधी हड़ताल के बाद के हालात का जायजा लेने मुंबई से लाहौर रवाना हुए थे। गांधीजी के पंजाब प्रवास की खबर सुनकर ब्रिटिश सरकार ने उनके पंजाब में प्रवेश करने पर पाबंदी लगा दी।
महात्मा गांधी ने इस पाबंदी को अनदेखा कर दिया और मुंबई से ट्रेन में सवार होकर लाहौर के लिए रवाना हो गए। जैसे ही गांधीजी की ट्रेन पलवल रेलवे स्टेशन पर पहुंची, तभी ब्रिटिश सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
नेताजी भी आए थे पलवल
गांधी जी की इस गिरफ्तारी को ब्रिटिश सरकार द्वारा पहली गिरफ्तारी बताया जाता है। गांधी जी की गिरफ्तारी की याद में पलवल रेलवे स्टेशन पर गांधी स्मारक का निर्माण किया गया है। गांधी जी की यादों को संजोए रखने के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस 2 अक्टूबर 1938 को पलवल आए थे।
गांधीजी के जीवन से लेकर मृत्यु तक के चित्र
नेताजी ने पलवल में आकर गांधी सेवा आश्रम की नींव रखी। पलवल के बाजार में सुभाष चंद्र बोस जी का भव्य स्वागत किया गया था। पलवल रेलवे स्टेशन से जुड़े लोगों ने बताया कि उन्होंने बताया कि करीब 6 एकड़ भूमि में गांधी सेवा आश्रम बना हुआ है, जहां गांधीजी की स्मृतियां संजोयी गई हैं।