Health News: इन 4 योगासन से मजबूत होगा पाचन तंत्र, कई बीमारियों से मिलेगा छुटकारा
Health News : आज के लाइफस्टाइल के चलते लोग तला-फला खाना खाते है। जिसके कारण बहुत सी बीमारियां हो जाती है। खास कर पेट की समस्याएं बढ़ जाती है।
आज हम आपको कुछ ऐसे योगासन के बारे में बता रहे है जिसे आप घर पर रह कर अपने शरीर को स्वस्थ कर सकते है। इन सभी योगासन से शारीरिक बल्कि मानसिक फायदे भी मिलते हैं। कुछ ऐसे योगासन है जिनका सीधा असर हमारे पेट पर पड़ता है।
इन योगासन को करने से पेट से जुड़ी आम दिक्कतें जैसे पेट की गैस, ब्लोटिंग, एसिडिटी और कब्ज की दिक्कत से निजात मिलता है। कुछ लोगों को तनाव के कारण भी पेट की समस्याएं होती है।
पेट की दिक्कतों के लिए योगासन
अर्ध पवनमुक्तासन
अर्ध पवमुक्तासन करने से पेट से गैस निकालने में मदद मिलती है। इस आसन को करने के लिए पहले जमीन पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं।
इसके बाद अपने एक पैर को नीचे ही लेटाकर रखें और दूसरे को घुटने से मोड़कर हवा में उठाएं और हाथ से पकड़कर अपनी तरफ खींचें। इसे आप 2 से 3 मिनट तक पकड़े रखें और बाद में इसे छोड़ दें। ऐसा ही दूसरे पैर के साथ करें।
धनुरासन
धनुरासन (Dhanurasana) से कब्ज की समस्या दूर होती है। ये योगासनको करना बहुत ही आसान है। हम आपको बताते है इसे कैसे करें। सबसे पहले आप जमीन पर मैट बिछाकर पेट के बल लेट जाएं।
उसके बाद अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर ऊपर उठाते हुए सिर के पास तक लेकर आएं और दोनों हाथों को पीछे ले जाकर पैरों के तलवे पकड़ लें।
इस आसन में पेट का हिस्सा जमीन से लगा रहेगा और बाकी शरीर ऊपर उठा नजर आएगा। इस पोज को 1 से 2 मिनट तक ऐसे ही होल्ड करें और फिर वापस सामान्य हो जाएं।
उत्तानासन
उत्तानासन से पाचन क्रिया बेहतर होगी। इस आसन से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। इस आसन को करने का बहुत ही आसान तरीका है। सबसे पहले सीधे खड़े होकर हाथों को कमर पर रखा जाता है।
इसके बाद आगे की तरफ झुकते हैं और हाथों को पैरों के पंजों तक लेकर जाएं। शरीर जितना झुक पा रहा हो उतना ही झुकाएं, शुरूआत में ज्यादा खींचातानी ना करें। गहरी सांस लें, मुद्रा को होल्ड करें और फिर सामान्य हो जाएं।
शवासन
ज्यादा तनाव के कारण पेट की कई परेशानियां हो सकती है। तनाव में शवासन करने से पेट को बहुत फायदा मिलता है। इसे भी करना बहुत आसान है। सबसे पहले मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। आंखें बंद रखें और दोनों पैरों को अलग-अलग फैला लें और हाथों को भी शरीर के दोनों ओर फैला लें।
थेलियों को खुला रखें और धीमी सांस लेते रहें। शरीर और सांस पर फोकस करें और 10 से 12 मिनट तक इस आसन को करते रहें। इस आसन से सिरदर्द, एकाग्रता बढ़ती है, अनिद्रा, थकान और तनाव जैसी दिक्कतें दूर होती हैं।