भारत-चीन सीमा जल्द रफ़्तार पकड़ेगी ट्रैन, घूमने वालों की हो गई मौज ; 90 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा
indian railways" वह दिन दूर नहीं जब भारतीय रेलवे भारत-चीन सीमा पर भी चलेगी। भारतीय रेलवे पूर्वोत्तर को देश की राजधानी से जोड़ने के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है, उनमें से एक सेवक (पश्चिम बंगाल)-रंगपो (सिक्किम) परियोजना है। इससे सिक्किम को देश की राजधानी से भी जोड़ा जाएगा।
भारत का रेल संपर्क न केवल सिक्किम को सिक्किम से जोड़ेगा, बल्कि नाथुला जैसे चीन के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों तक पहुंचना भी आसान बना देगा। इससे जहां स्थानीय लोगों को वैकल्पिक मार्ग मिलेगा, वहीं क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे सीमा पर तैनात भारतीय सेना को सभी आवश्यक वस्तुओं को तेजी से पहुंचाने में मदद मिलेगी। अभी तक परियोजना का 92 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
92% काम पूरा हो गया है; सब्यसाची डे, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे, सिक्किम, जो दो घंटे में पहुंचेंगे, ने कहा कि सेवक (पश्चिम बंगाल) और रंगपो (सिक्किम) को जोड़ने वाली सेवक-रंगपो नई रेल लिंक परियोजना लगभग 45 किमी लंबी है।
इसमें 14 सुरंगें, 17 पुल और 5 स्टेशन हैं। सबसे लंबी सुरंग (टी-10) 5.3 किमी लंबी है और सबसे लंबा पुल (ब्रिज-17) 425 मीटर लंबा है। पूरे परियोजना संरेखण का लगभग 38.64 किमी सुरंग से होकर गुजर रहा है। 92.31 प्रतिशत टनलिंग का काम पूरा हो चुका है।