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लोको पायलट की हो गई मौज, अब भोजन और वाशरूम के लिए मिलेगा ब्रेक 

लोको पायलट की हो गई मौज, अब भोजन और वाशरूम के लिए मिलेगा ब्रेक 
 
लोको पायलट

लोको पायलट:देश के अंदर लोको पायलट की मौज होने जा रही है। रेलवे विभाग लोको पायलट हेतु भोजन और वॉशरूम के लिए ब्रेक की व्यवस्था करने जा रहा है। इस सुविधा को लागू करने हेतु विभाग द्वारा समिति का गठन भी कर दिया गया है।
ट्रेन चालकों के लिए भोजन और वाशरूम ब्रेक लागू करने की लंबे समय से चली आ रही मांग का समाधान निकालने के लिए केंद्र सहमत हो गया है।

श्रम मंत्रालय ने इसे लागू करने के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन किया है। 13 सदस्यीय समिति के अध्यक्ष मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय) हैं। समिति में रेलवे बोर्ड से पांच और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से एक (नामांकित) सदस्य के अलावा छह सदस्य विभिन्न श्रमिक संघों से हैं। यह समिति 12 महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आइएलओ) के 1919 के सम्मेलन में पहली बार श्रमिकों को नौकरी के घंटों के दौरान ब्रेक का अधिकार दिया गया और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लागू किया गया। हालांकि, कुछ कारणों से भारतीय रेलवे के लोकोपायलट इससे वंचित रह गए। भारतीय रेलवे लोको रनिंग मैन संगठन ने पहली बार 2009 में इस मुद्दे को उठाया। पहली बार 2018 में श्रम मंत्रालय ने इस मुद्दे को हल करने का फैसला किया, जब यह पता चला कि महिला लोको पायलट सबसे बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।