दिल्ली टू गुड़गांव अब 7 मिनट में तय होगा सफर, वन्दे वंदे भारत के बाद मिलेगी ये बड़ी सौगात, जानें कितना होगा किराया
Air Texi: एयर टैक्सी का तोहफा मिलने वाला है। बताया जा रहा है कि विमानन मंत्रालय ने अर्बन एयर मोबिलिटी प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है।
Jun 3, 2024, 13:21 IST
Air Taxi Price: सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के बाद अब देश को भी जल्द ही एयर टैक्सी का तोहफा मिलने वाला है। बताया जा रहा है कि विमानन मंत्रालय ने अर्बन एयर मोबिलिटी प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। हालांकि सरकार की ओर से अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। कहा जा रहा है कि 2026 तक भारत को एयर टैक्सी के मामले में बड़ी खबर मिल सकती है।
टैक्सी उड़ानों के लिए एक रोडमैप तैयार
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, डीजीसीए ने देश में एयर टैक्सी उड़ानों के लिए एक रोडमैप तैयार करने के लिए कई तकनीकी समितियों का गठन किया है। इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब इन्फ्रास्ट्रक्चर (आईजीई) ई-वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग से संबंधित नियम तैयार करने के बाद बुनियादी ढांचे पर काम शुरू करेगी (eVTOL). आईजीई एक अमेरिकी एयर टैक्सी कंपनी आर्चर एविएशन के साथ साझेदारी कर रहा है।
डीजीसीए ने एयर टैक्सियों से संबंधित विभिन्न पहलुओं को देखने के लिए कई समितियों का गठन किया है। इनमें हवाई नौवहन, जिन मार्गों पर हवाई टैक्सी संचालित होंगी, सुरक्षा और वर्टिपोर्ट से संबंधित मानक शामिल हैं। भारत में एयर टैक्सी से संबंधित सभी कार्य वर्ष 2026 तक पूरे हो जाएंगे।
मार्ग क्या होगा और किराया कितना होगा?
रिपोर्ट के अनुसार, 2026 तक दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु में हवाई टैक्सी शुरू की जाएंगी। यह सेवा चेन्नई और हैदराबाद में शुरू की जाएगी। आर्चर्स के सी. सी. ओ. निखिल गोयल ने अखबार को बताया कि हवाई टैक्सी का किराया कैब सेवा उबर से थोड़ा अधिक होगा।
उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए दिल्ली से गुड़गांव तक उबर की यात्रा की कीमत 1,500 रुपये से 2,000 रुपये के बीच है। एयर टैक्सियों (प्रति यात्री) में यह 1.5 प्रतिशत होगी और यह 2000-3000 तक जा सकती है। खास बात यह है कि एयर टैक्सी की मदद से यात्री दिल्ली से गुड़गांव की दूरी सिर्फ 7 मिनट में तय कर सकेंगे। इसका एक मार्ग बांद्रा से कोलाबा तक भी हो सकता है।
टैक्सी उड़ानों के लिए एक रोडमैप तैयार
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, डीजीसीए ने देश में एयर टैक्सी उड़ानों के लिए एक रोडमैप तैयार करने के लिए कई तकनीकी समितियों का गठन किया है। इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब इन्फ्रास्ट्रक्चर (आईजीई) ई-वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग से संबंधित नियम तैयार करने के बाद बुनियादी ढांचे पर काम शुरू करेगी (eVTOL). आईजीई एक अमेरिकी एयर टैक्सी कंपनी आर्चर एविएशन के साथ साझेदारी कर रहा है।
डीजीसीए ने एयर टैक्सियों से संबंधित विभिन्न पहलुओं को देखने के लिए कई समितियों का गठन किया है। इनमें हवाई नौवहन, जिन मार्गों पर हवाई टैक्सी संचालित होंगी, सुरक्षा और वर्टिपोर्ट से संबंधित मानक शामिल हैं। भारत में एयर टैक्सी से संबंधित सभी कार्य वर्ष 2026 तक पूरे हो जाएंगे।
मार्ग क्या होगा और किराया कितना होगा?
रिपोर्ट के अनुसार, 2026 तक दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु में हवाई टैक्सी शुरू की जाएंगी। यह सेवा चेन्नई और हैदराबाद में शुरू की जाएगी। आर्चर्स के सी. सी. ओ. निखिल गोयल ने अखबार को बताया कि हवाई टैक्सी का किराया कैब सेवा उबर से थोड़ा अधिक होगा।
उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए दिल्ली से गुड़गांव तक उबर की यात्रा की कीमत 1,500 रुपये से 2,000 रुपये के बीच है। एयर टैक्सियों (प्रति यात्री) में यह 1.5 प्रतिशत होगी और यह 2000-3000 तक जा सकती है। खास बात यह है कि एयर टैक्सी की मदद से यात्री दिल्ली से गुड़गांव की दूरी सिर्फ 7 मिनट में तय कर सकेंगे। इसका एक मार्ग बांद्रा से कोलाबा तक भी हो सकता है।