Religion News: कोई अच्छा काम करने से पहले क्यों खिलाई जाती है दही शक्कर?, 99% लोगों को नहीं है पता
Religion News : हमारे देश में अलग-अलग परंपराएं होती है। लेकिन एक ऐसी परंपरा है जो सनातन धर्म में सदियों से चली आ रही है। इस परंपरा की असली वजह ज्यादातर लोगों पता नहीं है।
आप लोगों लोगों ने देखा और सुना होगा कि किसी अच्छे काम पर जाने से पहले घर के बड़े दही शक्कर खिलाते है। क्या आप जानते है कि इसके पीछे असली वजह जानते है, अगर नहीं, तो चलिए हम आपको बताते है।
दही को सनातन धर्म में पंचामृत की दी है संज्ञा
सनातन घर्म में कहा जाता है कि किसी भी यात्रा पर जाने से पहले दही शक्कर खाकर जाने शुभ माना जाता है। दही शक्कर खाने से सभी काम शुभ हो जाते है। दही खाने से नाभिक ठंडा और उदर को तृप्त रहता है।
चंद्रमा के साथ बताया गया है दही का नाता
हमारे सनातन धर्म में दही को पंचामृत भी माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य के लिए दही और शक्कर का खास महत्तव है। शास्त्रों में दही का संबंध चंद्रमा के साथ माना जाता है।
दही सफेद होने की वजह से चंद्रमा का काफी प्रिय है। दही को खानकर बाहर जाने से आपके अंदर का आत्मविश्वास और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
दही खाने से आस-पास का नकारात्मक ऊर्जा हो जाती है समाप्त
शास्त्रों के अनुसार दही खाने से आस-पास का नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है। इसलिए बच्चों को स्कूल या एग्जाम से पहले घर की महिलाएं दही-शक्कर खिलाकर भेजती है।