School bus rul: अगर आपका बच्चा school जा रहा है तो स्कूल बस में कितना है सेफ। ये गाइड लाइन चेक करें
स्कूल बस रूल्स: बीते दिनों महेंद्रगढ़ में स्कूल बस हादसे ने रूह कंपा कर रख दी थी इस दुर्घटना ने बहुत से मासूम बच्चों की जान ले ली थी इस वक्त में कई ऐसे स्कूल है जो नियमों को ताक पर रखकर बसो का संचालन करवा रहे हैं ऐसे में हमें यह जानना जरूरी है कि यह कौन से नियम है जो हर स्कूल संचालक को अपनाना चाहिए।
शिक्षक को समाज का शिल्पकार कहा जाता है। सही माने तो अगर शिक्षक ही अपने कर्तव्यों से विमुख हो जाए तो समाज का भविष्य अंधेरे की ओर जाता दिखाई देगा। अपने बच्चों को नियमों की पालना का पाठ पढ़ने वाले कई स्कूल संचालक सरे आम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
कई बार स्कूल बसों को देखा जाता है तो स्कूलों का एक चेहरा बेनकाब होता हुआ दिखाई देता है बहुत सी बसों में बच्चों को ठूस ठूस कर स्कूल से भेजा जा रहा है।
स्कूल बस में क्या है मानक जरूरी
स्कूल बस पीले कलर की होनी चाहिए
स्कूल बस की अधिकतम स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटा होनी चाहिए।
स्कूल बस में एक अटेंडेंट होना जरूरी है।
स्कूल बस के दरवाजा पर लोग भी लगा होना चाहिए
स्कूल बस पर स्कूल का नाम और टेलीफोन नंबर भी होना जरूरी है
इसके साथ ही बस में फर्स्ट एड बॉक्स आग बुझाने वाला यंत्र लगा होना जरूरी है।
बस की खिड़की में ग्रिल लगी होनी चाहिए।
स्कूल वैन के ड्राइवर को हमेशा यूनिफॉर्म में होना चाहिए।
स्कूल की बसों में जीपीएस और सीसीटीवी भी लगा होना चाहिए और उसकी 60 दिन की फुटेज सुरक्षित होनी चाहिए
बच्चों के बैग को छत के करियर पर नहीं रखा होना चाहिए