Side effects in AC:अगर आप रात भर सोते हैं ऐसी कमरे में तो इन परेशानियों से बचना होगा मुश्किल
Side effects in AC: गर्मियों में ऐसी किसी राहत से कम नहीं है, आज हम एसी के बिना एक पल भी नहीं रह सकते हैं इसने हमारी जिंदगी को आराम का जरिया बना दिया है। लेकिन कई बार यह है गर्मी से राहत आफत में तब्दील हो सकती है आजकल दिन में तापमान 45 डिग्री से 50 डिग्री के आसपास चल रहा है और रात में भी गरम हवाएं चल रही है यही कारण है कि एयर कंडीशनर का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ चुका है डॉक्टर का कहना है कि एसी में लगातार सोने से सेहत पर कुछ निगेटिव असर पड़ सकता है।
डॉक्टर के बताए अनुसार एसी में सोने के नुकसान
1 एयर कंडीशन कमरे में नमी का सत्र कम कर देता है जिस हवा ड्राई हो जाती है यह सखी हवा रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित कर सकती है खासकर उन लोगों के लिए जिनकी पहले से ही अस्थमा या एलर्जी जैसी कोई बीमारी है एयर कंडीशन में सोने से नाक और गले की सूजन खांसी और सांस लेने में कठिनाई पैदा होने लगती है।
2 एसी की ठंडी और ड्राई हवा त्वचा की नमी को भी काम कर देती है जिस कारण से स्कीन पर खुजली सूजन और रूखापन का कारण बन जाता है। बहुत ज्यादा ऐसी में सोने से त्वचा की प्रकृति चमक चली जाती है और कई स्कीन से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती है।
3 एसी की ठंड से मांसपेशियों में अकड़न हो जाती है जोड़ों में दर्द होना शुरू हो जाता है यह समस्या उन लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है जो पहले से ही किसी प्रकार के रोग से ग्रस्त है या गठिया बाव से ग्रसित है। एयर कंडीशन की ठंडी हवा के सीधे संपर्क में आने से मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द होना शुरू हो जाता है।
4. लगातार एसी में रहने से शरीर की की इम्युनिटी सिस्टम भी कमजोर होता है एसी में रहने से शरीर बाहरी तापमान के बदलाव के प्रति संवेदनशील हो जाता है जिससे सर्दी जुकाम जैसी समस्याएं बार-बार व्यक्ति को जकड़ती रहती है।
5. एसी की ठंडी हवा आंखों की नमी को भी कम कर देती है जिससे आंखें ड्राई हो जाती है और उन में जलन हो सकती है यह समस्या खासकर उन लोगों के लिए होती है जो कांटेक्ट लेंस पहनते हैं।
ध्यान रखने योग्य बातें
एसी का टेंपरेचर बहुत ज्यादा कम नहीं रखें
एसी में सोने से पहले कमरे को हवादार करें
एसी फिल्टर को नियमित रूप से साफ करें ताकि धूल और बैक्टीरिया जमा ना हो
एसी का टेंपरेचर 22 से 24 डिग्री सेल्सियस का तापमान काफी होता है 22 से 24 पर ही रखें