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Skyscrapper : ये है दुनिया की पहली गगनचुंबी इमारत, इस नाम से जानते है लोग 

आज के समय में देश के अंदर बड़ी-बड़ी इमारतें बनी हुई है। आप लोगों ने दुबई के बुर्ज खलीफा का नाम तो जरूर सुना होगा, जो दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है। क्या आप जानते है कि इससे पहले भी एक सबसे ऊंची इमारत थी। 

 
ये है दुनिया की पहली गगनचुंबी इमारत

Skyscrapper : दुबई का बुर्ज खलीफा आज दुनिया की सबसे ऊंची इमारतों में पहले पायदान पर है। इसे देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं। इस इमारत के नीचे में जहां मॉल और दुकानें हैं, तो ऊपरी मंजिल में लोग रहते हैं।

इसे बनाने में तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गगनचुंबी इमारतें कबसे बननी शुरू हुईं? इतिहास में दर्ज तथ्यों के मुताबिक, यमन के रेगिस्तानी शहर शिबम में 13वीं सदी में बनी दस मंजिल जितनी ऊंची मिट्टी की ईंटों से बनी आवासीय इमारतें आज भी मौजूद हैं।

इतना ही नहीं, इटली के टस्कनी के सैन गिमिग्नानो में एक समय में दो सौ फीट ऊंचे सत्तर से अधिक टावर थे, सभी का निर्माण 15वीं शताब्दी से पहले किया गया था।

लेकिन "गगनचुंबी इमारत (Skyscrapper)" शब्द का प्रयोग पहली बार 19वीं सदी के अंत में अमेरिका के कई शहरों में निर्माण कार्य में तेजी के दौरान किसी ऊंची इमारत का वर्णन करने के लिए किया गया था, जहां पर पहली सबसे ऊंची इमारत बनाई गई थी।

लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि यह मैनहट्टन नहीं था, जहां पहली गगनचुंबी इमारत बनी थी। फिर वो कौन सा शहर था, जहां पर बनी पहली गगनचुंबी इमारत?

उस शहर का नाम शिकागो था, जहां पर पहला स्काईस्क्रैपर बना। ये बात साल 1885 की है, जहां पहली इमारत का निर्माण विशाल चिनाई वाली दीवारों के बजाय स्टील के स्तंभों और बीमों का उपयोग करके किया गया था।

इसका नाम होम इंश्योरेंस बिल्डिंग था, जिसे वास्तुकार विलियम ले बैरन जेनी द्वारा डिजाइन किया गया। इसी इमारत ने आने वाले दशकों के लिए गगनचुंबी इमारतों के निर्माण का रास्ता प्रशस्त किया।

होम इंश्योरेंस बिल्डिंग के निर्माण के पहले मोटी भार वहन करने वाली दीवारों के जरिए इमारतें बनाई जाती थीं। लेकिन पहली गगनचुंबी इमारत को डिजाइन करने वाले जेनी ने पतली दीवारों का इस्तेमाल किया,

क्योंकि इमारत का भार दीवारों के बजाय स्टील फ्रेम द्वारा वहन किया गया था। इससे इमारतें समान आकार और ऊंचाई की चिनाई वाली इमारतों की तुलना में ऊंची और हल्की होने लगीं।

होम इंश्योरेंस बिल्डिंग का वजन एक चिनाई वाली इमारत के वजन का केवल एक-तिहाई था। जब जेनी ने अपने डिज़ाइन नगर परिषद को सौंपे तो समिति को संदेह हुआ।

ऐसे में अनुमति देने के बावजूद उन्होंने इमारत के निर्माण को अस्थायी रूप से रोक दिया, ताकि आगे की जांच की जा सके कि इमारत वास्तव में अपने आप खड़ी हो सकती है या नहीं।

लेकिन होम इंश्योरेंस बिल्डिंग न केवल बना, बल्कि इसने शिकागो स्कूल नामक एक पूरी तरह से नए वास्तुशिल्प आंदोलन को जन्म दिया। इस शैली की इमारतों में चिनाई वाले आवरण के साथ स्टील-फ्रेमवर्क का उपयोग होता था, जिससे बड़े प्लेट-ग्लास खिड़की क्षेत्र और सीमित बाहरी अलंकरण की अनुमति मिलती थी।

इसके बाद प्रशासन द्वारा परमिशन मिली और 1893 तक होम इंश्योरेंस बिल्डिंग का काम पूरा हो गया। इसके दस साल से भी कम समय के अंदर शहर में 16 से 20 मंजिलों के बीच बारह गगनचुंबी इमारतों का निर्माण किया गया था। ये गगनचुंबी इमारतें बाद में तेजी से पर्यटन स्थल बन गईं।