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नीट यूजी को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी 24 लाख छात्रों की निगाहें।

नीट यूजी को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी 24 लाख छात्रों की निगाहें।
 
सुप्रीम कोर्ट

गड़बड़ी और पेपर लीक जैसे विवादों से घिरे नीट-यूजी का भविष्य क्या होगा, यह सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद तय होगा लेकिन इस सुनवाई पर परीक्षा देने वाले देशभर के करीब 24 लाख छात्रों की निगाहें जरूर टिकी हैं। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के सामने इस पूरे विवाद को लेकर अब तक करीब 38 याचिका पहुंच चुकी हैं। इनमें ज्यादातर इस परीक्षा को रद करने की मांग वाली हैं जबकि एक-दो याचिका परीक्षा को रद ने करने की मांग वाली भी हैं। ऐसे में अब फैसला सुप्रीम कोर्ट के हाथ में है। नीट-यूजी की यह परीक्षा पांच मई को हुई थी, जबकि रिजल्ट चार जून को घोषित हुआ था।

इस बीच सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट के अनुसार नीट-यूजी से जुड़ी सभी याचिकाओं की सुनवाई चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ करेगी। यह सुनवाई इसलिए भी अहम है, क्योंकि इसे लेकर देश में राजनीति भी गरमाई हुई है। खासकर कांग्रेस व दूसरे विपक्षी दल इस मामले में लगातार सरकार को घेर रहे हैं।, इस परीक्षा को रद करने को लेकर देशभर में लगातार विरोध प्रदर्शन भी चल रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट में आठ जुलाई को होने वाली सुनवाई से पहले शिक्षा मंत्रालय और नीट-यूजी आयोजित करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने कोर्ट में एक हलफनामा पेश कर परीक्षा के दौरान बरती जाने वाली पारदर्शिता व प्रक्रिया की जानकारी दी है। साथ ही कहा है कि नीट-यूजी में गड़बड़ी सिर्फ गोधरा व पटना में मिली है, जिसकी सीबीआइ जांच कर रही है। ऐसे में पूरी परीक्षा को रद करना उचित नहीं होगा। प्रतिभाशाली बच्चों का इससे नुकसान होगा। शिक्षा मंत्रालय और एनटीए ने यह जवाब कोर्ट की ओर से परीक्षा रद करने की मांग वाली याचिकाओं पर उन्हें जारी किए नोटिसों पर दिया है। एनटीए ने इस दौरान नीट-यूजी परीक्षा में 1563 छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स विवाद खत्म होने की जानकारी देते हुए कहा कि उसे रद कर दिया गया है। साथ ही इन छात्रों की फिर से परीक्षा भी करा ली गई है। उसका रिजल्ट भी घोषित कर दिया है।

शिक्षा मंत्रालय ने हलफनामे में परीक्षाओं को पारदर्शी तरीके से कराने व पेपर लीक जैसी घटनाओं से निपटने के लिए गठित की गई उच्च कमेटी की भी जानकारी दी है। यह परीक्षा से जुड़ी गड़बड़ी और पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकने के साथ एनटीए में सुधार के लिए अगले दो महीनों में सुझाव देगी। गौरतलब है नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर विवाद उस समय बढ़ा रिजल्ट घोषित हुआ। इसमें 67 छात्रों के टाप

करने के साथ ही कुछ छात्रों के 720 नंबरों में से 719, 718, 716 नंबर पाने की जानकारी की गई। इस पर छात्रों ने शंका जताई तो एनटीए ने इन्हें ग्रेस मार्क्स देने की जानकारी दी, जबकि परीक्षा में ग्रेस मार्क्स देने की कोई व्यवस्था नहीं है