कश्मीर में इस माता के मंदिर का 30 वर्षों बाद किया गया जिर्णोद्धार, भक्तों में खुशी की लहर
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में माता के मंदिर का लगभग 30 वर्षों बाद जिर्णोद्धार किया गया है। आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा स्थित माता के 'बरारी भाएज' मंदिर का 30 साल से अधिक समय के बाद जीर्णोद्धार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडितों और श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। मुर्रान गांव स्थित यह मंदिर चारों ओर से चिनार के विशाल पेड़ों से घिरा हुआ है, जिसमें एक बड़ा और सुंदर झरना है जिसका पानी शीशे जैसा साफ है। कश्मीर घाटी में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद कश्मीरी पंडितों के भाग कर देश के अन्य हिस्सों में चले जाने के कारण 30 साल से भी अधिक पहले इस मंदिर को बंद कर दिया गया था।
जम्मू और देश के अन्य भागों से आए कश्मीरी पंडितों सहित बड़ी संख्या में लोग आज सुबह मंदिर में एकत्र हुए और पूजा अर्चना तथा हवन किया। इस अवसर पर स्थानीय ग्रामीणों ने भी मंदिर को उसके मूल स्वरूप में वापस लाने में मदद की।
पूजा में शामिल होने हेतु दिल्ली से लगभग 25 वर्ष बाद कश्मीर पहुंचे कश्मीरी पंडित बोध राज भट
इस पूजा में शामिल होने दिल्ली से आए कश्मीरी पंडित बोध राज भट ने कहा कि 'बरारी माएज' मंदिर में लगभग 50 वर्षों के बाद यज्ञ का आयोजन किया गया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'मैं 1990 में घाटी से पलायन करने के बाद पहली बार इस अवसर पर पूजा मे भाग लेने के लिए दिल्ली से आया हूं। लगभग 30 साल बाद माता के इस मंदिर के जिर्णोद्धार के चलते संपूर्ण देश में माता के भक्तों के अंदर खुशी की एक अलग ही लहर दिखाई दे रही है