Types of love : इन 7 तरीकों से करें अपने पार्टनर को प्यार, फिर नहीं होगी दोनों में लड़ाई
Types of love : प्यार एक कॉम्प्लेक्स इमोशन है जिसकी कई पहलुएं हो सकती हैं। आमतौर पर प्यार के 3 घटक होते हैं, पहला है इंटीमेसी यानी अंतरंगता, दूसरा है पैशन यानी कि जुनून और तीसरा है कमिटमेंट यानी कि उसके प्रति प्रतिबद्धता।
इन 3 कॉम्पोनेंट के जोड़ -घटाव से इंसान 7 तरह के प्यार को अनुभव कर सकता है। जिसमें पहला तरीका होता है दोस्ती (friendship) का। ऐसा रिश्ता जिसमें दो लोग एक दूसरे को बहुत पसंद करते हैं, लेकिन उनके बीच रोमांटिक सेंस नहीं होता।
दूसरा तरीका है इनफैचुएशन(infatuation) का जिसमें दो लोगों के बीच आत्म संबंध से अधिक फिजिकल पैशन होता है। ऐसे रिश्ते में कमिटमेंटं नहीं होता और ना ही उनके बीच रोमांटिक लव जैसा कुछ होता है। तीसरे प्यार का तरीका कमिटमेंट से जुड़ा है जिसे इंप्टी लव (empty love) कहा जाता है। इसमें ना तो पैशन होता है और ना ही अंतरंगता।
प्यार का चौथा तरीका है रोमांटिक लव (romantic love) का, जिसमें अंतरंगता भी होता है और दो लोगों के बीच एक दूसरे के लिए पैशन भी।ऐसे रिश्ते में पार्टनर एक दूसरे के साथ काफी बात करते हैं और उनकी बातों में जज़बात भी होता है।
फिर नंबर आता है कॉम्पैनिएनेट लव(companionate love) का,यह रिश्ता दोस्ती से अधिक गहरा होता है लेकिन इसमें फिजिकल डिजायर जैसी बात नहीं होती। ऐसे रिश्ते में कपल लंबे समय से एक दूसरे के साथ रहता है और धीरे धीरे दोस्ती प्यार में बदलता है।
एक प्यार का तरीका यह भी होता है जिसमें कमिटमेंट और पैशन तो कपल्स के बीच होता है लेकिन उनके बीच अंतरंगता या लाइक करने वाली फीलिंग नहीं होती। ऐसे रिश्ते में कपल्स एक दूसरे को लेकर कंफ्यूजन की स्थिति में होते हैं कि उनका साथ लंबा रहेगा या नहीं
इस तरह प्यार का सबसे अंतिम टाइप है कंजमेट लव (consummate love), जिसमें कपल के बीच कमिटमेंट होता है, अंतरंगता होती है और पैशन भी होता है। इसे एक आइडियल लव माना जाता है और ऐसा रिश्ता जन्मोजन्म तक चलता है।
ऐसे कपल, एक दूसरे के जीवन का हिस्सा बन जाते हैं, वे सुख दुख में साथ रहना चाहते हैं और दूसरे का दुख उनसे बर्दाश्त नहीं होता है।