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Upcoming New Expressways: भारत में सफर की रफ्तार होगी और तेज! जल्द ही लॉन्च हो रहे हैं 10 नए एक्सप्रेसवे

 
Upcoming New Expressways

नई दिल्ली। आने वाले सालों में भारतमाला परियोजना के तहत 25 ग्रीनफील्ड हाई-स्पीड नेशनल हाईवे कॉरिडोर बनाए जाएंगे। इस लेख में हम ऐसे 10 एक्सप्रेसवे पर नज़र डाल रहे हैं, जो भारत में सड़क यात्रा की सूरत बदलने जा रहे हैं।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे​

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे​ अभी निर्माणाधीन है। हालांकि, इसके कुछ हिस्से खोल दिए गए हैं। 1350 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे को 4 खंडों में बांटा गया है, जिससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय घटकर सिर्फ़ 12 घंटे रह जाएगा। यह दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ दादरा और नगर हवेली को कवर करेगा।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे​​​​​​

दिल्ली से सहारनपुर होते हुए देहरादून तक का एक्सप्रेसवे एक एक्सेस कंट्रोल्ड कॉरिडोर होगा। यह दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को कवर करेगा। 239 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को 2.5 घंटे कम कर देगा।

दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे

सरकार का दावा है कि 669 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली दिल्ली-अमृतसर-कटरा रेल लाइन दिल्ली और कटरा के बीच यात्रा के समय को घटाकर मात्र 6 घंटे कर देगी। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू और कश्मीर से होकर गुजरेगा।

कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे

कानपुर से लखनऊ एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में 63 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। इससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय 30 मिनट कम हो जाएगा।

वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे

रांची के रास्ते वाराणसी से कोलकाता एक्सप्रेसवे एक एक्सेस कंट्रोल्ड कॉरिडोर होगा, जो 612 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। यह उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को कवर करेगा। इससे यात्रा का समय 15 घंटे से घटकर मात्र 9 घंटे रह जाएगा।

अमृतसर-भटिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे

अमृतसर से जामनगर एक्सप्रेसवे भटिंडा के रास्ते 917 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। यह एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात से होकर गुजरेगा।

बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे

बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे कुल 262 किलोमीटर की दूरी तय करेगा और सरकार का दावा है कि इससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय घटकर सिर्फ़ 2 घंटे रह जाएगा। यह कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्यों को कवर करेगा।

हैदराबाद-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से गुज़रने वाला हैदराबाद से विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे 222 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।

सूरत-नासिक-सोलापुर एक्सप्रेसवे

सूरत-नासिक-अहमदनगर-सोलापुर एक्सप्रेसवे पर प्रवेश नियंत्रित होगा और यह गुजरात और महाराष्ट्र से होकर 730 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।

इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे

इंदौर से हैदराबाद एक्सप्रेसवे 525 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। यह मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना से होकर गुज़रेगा।