हरियाणा के लाडले पहलवान अमन शेरावत सेमीफाइनल में गांव में किया गया हवन पूरे गांव में खुशी का माहौल।
पेरिस में चल रही ओलंपिक खेलों में हरियाणा के झज्जर जिले के ब्यूरो हदगांव के लाडले पहलवान अमन शेरावत सेमी फाइनल में पहुंच गए हैं उन्होंने अपना पहला मैच 10 जीरो से जीता और क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया इनके बाद क्वार्टर फाइनल में अब कारों को 1206 हराया इनकी जीत पर गांव भीलवाड़ा में खुशी की लहर है.
अमन शेरावत ने दोनों माचो में एक दरवाजे तहसील की है वहीं परिजनों ग्रामीणों द्वारा विरोधा गांव में बाबा रघुनाथ मंदिर में हवन में पूजा अर्चना का आयोजन करवाया जा रहा है गांव के मुख्य बस स्टैंड में अमन शेरावत की खेतों की ढाणी में बने मकान में टीवी पर कुश्ती देखने की व्यवस्था की गई है .
पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर के बाद अब अमन शेरावत प्रदेश के नज़रल्टिकी हुई है जिले की भीलवाड़ा गांव में अमन शेरावत देश का प्रतिनिधित्व करते हुए 8 अगस्त को कुश्ती के 57 किलोग्राम भार में उतरे उन्होंने लगातार दो मुकाबले एक तरफ जीते हैं अमन शेरावत का जन्म 2003 में झज्जर जिले में हुआ था .
अमन एक फ्रीस्टाइल पहलवान है अमन ने अपना पहला किताब साल 2021 में राष्ट्रीय चैंपियन में जीता था अमन के माता-पिता का साया बहुत पहले उनके सर से उठ गया था 2023 में की माता कमलेश 2014-14 मिनट के पिता सोमवार शेरावत का सरोवर सो गया था.
लेकिन छोटी उम्र में माता-पिता का साया पेरिस में चल रही ओलंपिक खेलों में हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहड़ गांव के लाडले पहलवान अमर शेरावत सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं उन्होंने अपना पहला मैच 10 जीरो से जीता और क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया इनके बाद क्वार्टर फाइनल में अबकारोव को 12-0 हराया इनकी जीत पर गांव में खुशी की लहर है .
अमन शेरावत ने दोनों मेचो में एक तरफी जीत हासिल की है वहीं परिजनों ग्रामीणों द्वारा गांव में बाबा रघुनाथ मंदिर में हवन में पूजा अर्चना का आयोजन करवाया जा रहा है गांव के मुख्य बस स्टैंड में अमन शेरावत की खेतों की ढाणी में बने मकान में टीवी पर कुश्ती देखने की व्यवस्था की गई है.
पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर के बाद अब अमन शेरावत प्रदेश के नज़रटिकी हुई है जिले की भीलवाड़ा गांव में अमन शेरावत देश का प्रतिनिधित्व करते हुए 8 अगस्त को कुश्ती के 57 किलोग्राम भार में उतरे उन्होंने लगातार दो मुकाबले एक तरफ जीते हैं अमन शेरावत का जन्म 2003 में झज्जर जिले में हुआ था .
अमन एक फ्रीस्टाइल पहलवान है अमन ने अपना पहला किताब साल 2021 में राष्ट्रीय चैंपियन में जीता था अमन के माता-पिता का साया बहुत पहले उनके सर से उठ गया था 2013 में इनकी माता कमलेश 2014इनके पिता सोमवर शेरावत का निधन हो गया था लेकिन छोटी उम्र में माता-पिता का साया सर से उठ जाने के बाद अमन का हौसला बुलंद रहा
8 वर्षीय अमन को जब परिजनों ने दिल्ली के छात्रावास स्टेडियम में भेजने की योजना बनाई तब दिल्ली जाने से 6 महीने पूर्व उनकी माता-पिता का निधन हो गया दिल्ली जाने के 6 महीने बाद उनके पिता का निधन हो गया अमन साधारण किसान परिवार से हैं उनके हिस्से में केवल ढाई एकड़ जमीन आती है.
माता-पिता के निधन के बाद अमन की परवरिश उनके चाचा, ताऊ वह दादा ने मिलकर की अमन की बहन पूजा फिर हाल बीए प्रथम में पढ रही है वर्तमान में अमन के दादा मांगेराम उनके ताऊ सुधीर जयवीर व चाचा रणवीर ,कर्मवीर, वेद प्रकाश आदि परिजन गांव से 2 किलोमीटर दूर नौगांव की तरफ जाने वाले कच्चे रास्ते पर बनी छोटी सी ढाणी में रहते हैं।