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Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अपनाएं ये पांच गुण, पत्नी हो जाएगी पूर्ण रूप से संतुष्ट

Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अपनाएं ये पांच गुण, पत्नी हो जाएगी पूर्ण रूप से संतुष्ट
 
पांच गुण

Chanakya Niti: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में समाज के किसी भी व्यक्ति के पास अपने परिवार के लिए या यूं कहें कि अपनी औरत को संतुष्ट करने हेतु समय नहीं है। आज के इस भागम-भाग युग में मनुष्य इतनी समस्याओं से गिर चुका है कि वह दिन प्रतिदिन नपुंसक बनता जा रहा है और परिवार बिखरता जा रहा है।

आचार्य चाणक्य जी ने अपनी नीति शास्त्र में मनुष्य के वैवाहिक जीवन में औरत को खुश करने हेतु व परिवार को जोड़े रखने हेतु कुछ उपयोगी बातों का वर्णन किया है। जो हम आज आपको बताने जा रहे हैं। इस नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य ने मनुष्य के कई ऐसे गुण बताएं हैं। जिन्हें उपयोग में लाकर आप अपनी औरत व परिवार को पूरी तरह से संतुष्ट कर सकते हैं।


आज के समय में देश के लगभग 60% लोगों में यही समस्या है कि उनके पास धन-दौलत, जमीन-जायदाद सब कुछ होने के बावजूद भी उनकी औरत को जो  संतुष्टि मिलनी चाहिए वह मनुष्य पूर्ण रूप से नहीं दे पाता। आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में 5 गुणों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर मनुष्य इन पांच गुणों पर अमल कर लेगा तो वह अपनी औरत को पूर्ण रूप से संतुष्टि दे सकता है।

1 - नीति शास्त्र का प्रथम गुण - 
आचार्य चाणक्य की नीति शास्त्र के प्रथम गुण के मुताबिक व्यक्ति को संतुष्ट हुए खुश रहना बहुत जरूरी है। आचार्य बताते हैं कि व्यक्ति अगर संतुष्ट नहीं है, तो इसका सीधा सीधा असर उसके संभोग और पारिवारिक जीवन पर पड़ेगा।

2 - नीति शास्त्र के दूसरे गुण के तहत व्यक्ति को हमेशा अपने परिवार की समस्याओं को लेकर और अपनी पत्नी की जरूरतों को लेकर हमेशा सतर्क रहना चाहिए। अगर यह गुण किसी व्यक्ति के अंदर है तो उसकी पत्नी हमेशा हमेशा खुश रहती है।

3 - नीति शास्त्र के तीसरे गुण के अनुसार आचार्य चाणक्य जी बताते हैं कि व्यक्ति को हमेशा अपनी पत्नी के प्रति वफादार रहना चाहिए। जो पुरुष कभी अपनी पत्नी के प्रति वफादार नहीं होते और दूसरी औरतों के साथ समय बिता कर खुश रहते हैं। वो कभी भी अपनी पत्नी को संभोग की पूर्ण रूप से संतुष्टि नहीं दे पाते। जिससे उनके परिवार और पारिवारिक जीवन में हमेशा कलह बना रहता है।

4 - नीतिशास्त्र का चौथा गुण बताता है कि व्यक्ति को हमेशा निडर और वीरतापूर्ण जीवन जीना चाहिए। अगर आप में बात बात पर डरने की आदत है, तो यह आदत आप में आत्मविश्वास की कमी कर देती है। इस आत्मविश्वास की कमी का असर आपके पारिवारिक जीवन पर भी पड़ता।

5 - आचार्य चाणक्य जी के नीति शास्त्र के अनुसार पांचवा और सबसे महत्वपूर्ण गुण व्यक्ति को अपनी पत्नी को संतुष्ट रखना है। परिवारिक जीवन में आपकी पत्नि को समय-समय पर हर चीज की जरूरत पड़ती है। अगर आप अपनी पत्नी को सांसारिक और संभोगीक संतुष्टि दे पाते हैं, तो आप हमेशा आप अपनी पत्नी के प्रिय बने रहेंगे। और आपका पारिवारिक जीवन हमेशा खुशियों से भरा रहेगा।