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Rohtak News: हुड्डा ने छोड़ी कांग्रेस, 12 फरवरी को होंगे भाजपा में शामिल

सीएम खट्टर की मौजूदगी में हो सकते हैं शामिल 
 
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Rohtak News: कांग्रेस के हरियाणा के पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे को उन्होंने अपना इस्तीफा ईमेल करके भेज दिया है। बतादें कि, 12 फरवरी को कृष्ण मूर्ति हुड्डा भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन करने जा रहे हैं।  

करेंगे शक्ति प्रदर्शन:
बतादें कि, इस दौरान हुड्डा शक्ति प्रदर्शन भी करेंगे। हुड्डा ने अपने समर्थकों को रोहतक के सेक्टर 6 स्थित राजीव गाँधी स्टेडियम के मैं गेट पर बुलाया है। इसी जगह से जुलुस निकालेंगे और बीजेपी के दफ्तर जाएंगे। 

जॉइनिंग के समय बीजेपी के बड़े नेता रहेंगे मौजूद:
कृष्ण मूर्ति हुड्डा के बीजेपी ज्वाइन करते समय बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, संगठन मंत्री फणीन्द्र नाथ शर्मा मौजूद रहेंगे। ऐसा बताया जा रहा है कि, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी प्रोग्राम में आ सकते हैं।  

जानिए क्यों छोड़ी कांग्रेस:
कांग्रेस पार्टी को छोड़ने से पहले कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि, पार्टी में चल रही गलत नीतियों को लेकर उन्होंने राहुल गाँधी से मिलने का प्रयास किया था। वह पिछले दस साल से केवल राहुल गाँधी से मिलने के लिए समय मांगते रहे, लेकिन समय नहीं मिल पाया। इसीलिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस पिता-पुत्र (भूपेंद्र सिंह हुड्डा) की पार्टी बनकर रह गई है। दोनों किसी भी नेता को रोहतक में उभरने नहीं देते।। दोनों अपनी ही मनमानी करते हैं। 

भजन लाल की सरकार में रह चुके हैं मंत्री:
बतादें कि, कृष्ण मूर्ति हुड्डा मुख्यमंत्री भजन लाल की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री थे। साल 1982 से 1986 तक हुड्डा को चेयरमैन बनाया गया  था और इसके बाद साल 1991 से 1996 तक की सरकार में वो श्रम मंत्री रह चुके हैं। 

सीएम खट्टर की मौजूदगी में होंगे शामिल:
उन्होंने कहा कि, कांग्रेस में बहुत ही अड़चने रही हैं। इसीलिए वो कांग्रेस को छोड़ रहे हैं। और अब वो मुख्यमंत्री की मौजूदगी में बीजेपी को ज्वाइन करेंगे और जुलुस भी निकालेंगे। 

पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के कट्टर विरोधी:
बतादें कि, कृष्ण मूर्ति हुड्डा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कट्टर विरोधी हैं। कांग्रेस पार्टी में रहते हुए वो हमेशा पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानबाजी करते रहते थे। उनकी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ जुबानी जंग चलती रहती थी।