मंजिल तक पहुंचने का रास्ता कितना भी मुश्किल क्यों ना हो. इच्छाशक्ति है तो आसमान में भी सुराग किया जा सकता है. एक ऐसे ही जज्बे और संघर्ष की कहानी हम लेकर आए हैं. आज की कहानी राजस्थान के 31 साल के उस युवा की है
हम बात कर रहे हैं 31 वर्ष के प्रेम सुख डेलू की, जो आज गुजरात के अमरेली जिले में प्रोबेशनर असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस(ASP) के पद पर कार्यरत हैं.
प्रेम सुख अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं. उनका परिवार राजस्थान के बीकानेर में खेती करता है. बचपन से ही प्रेम सुख सरकारी ऑफिसर बनना चाहते थे.
इतिहास से एमए की पढ़ाई पूरी करने के बाद साल 2010 में उन्हें अपनी पहली पटवारी (revenue officer) की नौकरी प्राप्त हुई.
प्रेम बताते हैं कि उनके परिवार में पढ़ाई को खास महत्व दिया जाता है. उनके माता-पिता कुछ खास पढ़े लिखे नहीं हैं. बड़े भाई राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल पद पर कार्यरत हैं
प्रेम सुख जिस साल पटवारी (patwari) बने, उसे साल उन्होंने ग्राम सेवक की परीक्षा पास की और असिस्टेंट जेलर (assistant jailor) की परीक्षा में टॉप किया. साल 2011 में प्रेम ने प्राइमरी और सेकेंडरी टीचर की परीक्षा पास की.
साल 2015 में प्रेम ने यूपीएससी परीक्षा (UPSC EXAM) दी. उन्होंने हिन्दी विषय के साथ मुख्य परीक्षा दी और 170वां रैंक हासिल कर, साल 2016 में आईपीएस अधिकारी (IPS officer) बन गये.
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