बैंक अकाउंट (Bank Account) में पैसा न सिर्फ सुरक्षित रहता है, बल्कि उस पर ब्याज भी मिलता है. भारत में पिछले कुछ वर्षों में एक बड़ी आबादी बैंकिंग सिस्टम से जुड़ी है. खास बात यह है कि भारत में सेविंग अकाउंट (Bank Saving Account) खुलवाने की कोई लिमिट नहीं है.
बैंक अकाउंट (Bank Account) में पैसा न सिर्फ सुरक्षित रहता है, बल्कि उस पर ब्याज भी मिलता है. भारत में पिछले कुछ वर्षों में एक बड़ी आबादी बैंकिंग सिस्टम से जुड़ी है.
एक व्यक्ति कितने भी बचत खाते खोल सकता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि सेविंग अकाउंट में एक आदमी कितना पैसा रख सकता है.
सेविंग अकाउंट में पैसे रखने की कोई सीमा भले ही न हो, लेकिन अगर आप एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक जमा करते हैं, तो इसकी जानकारी बैंक सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) को देते हैं.
अगर कोई खाताधारक सेविंग अकाउंट में एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक जमा करता है तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पैसे स्रोत पूछ सकता है.
अगर खाताधारक से जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ, तो जांच भी कर सकता है. जांच में पैसे का स्रोत गलत पाए जाने पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जमा रकम पर 60% टैक्स, 25% सरचार्ज, और 4% सेस लगा सकता है.