India H1

हरियाणा प्रदेश के जींद जिले के 42 बच्चे किर्गिस्तान में फंसे, किर्गीस्तानी लोग बच्चों को घरों से बाहर निकाल कर पीट रहे

हरियाणा प्रदेश के जींद जिले के 42 बच्चे किर्गिस्तान में फंसे, किर्गीस्तानी लोग बच्चों को घरों से बाहर निकाल कर पीट रहे
 
 जींद जिले के 42 बच्चे किर्गिस्तान में फंसे

हरियाणा प्रदेश के जींद जिले के  एमबीबीएस की पढ़ाई करने किर्गिस्तान गए 42 छात्र दंगों के चलते फस गए हैं। आलम यह बना हुआ है कि लोग इन छात्रों को भारतीय छात्रों को घरों से निकाल-निकालकर पीट रहे हैं। किर्गिस्तान देश से काफी डरावनी तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं। इन तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि किर्गीस्तान देश के आम नागरिक छात्रों की बेरहमी से पिटाई कर रहे हैं और भारतीय छात्र किर्गिस्तान से सुरक्षित बाहर निकालने हेतु गुहार लगा रहे हैं।

आपको बता दें कि किर्गिस्तान देश की राजधानी बिश्केक में हुई हिंसा के बाद पिछले पांच दिनों से भारतीय छात्र हॉस्टलों में बंद हैं। हॉस्टल से बाहर निकलते ही स्थानीय लोग उनके साथ मारपीट कर रहे हैं। जींद जिले के करीब 42 छात्र इस समय बिश्केक में फंसे हुए हैं। वहां से छात्रों ने हिंसा की जो तस्वीरें भेजी हैं, वह देखकर परिजन सहमे हुए हैं। उन्होंने सरकार से रोते-बिलखते बच्चों की सकुशल भारत वापसी की गुहार लगाई है।


सफीदों, उचाना, जुलाना, नरवाना से बड़ी संख्या में छात्र किर्गीजस्तान के बिश्केक में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। शैक्षणिक सलाहकार डॉ. कॉमिनी आसरी ने बताया है कि हिंसा के बाद उन्होंने इन विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर एंबेसी से लेकर वहां के विश्वविद्यालय के डीन से भी बात की है। इसके बाद हॉस्टल में विद्यार्थियों के खाने की व्यवस्था हो सकी। इससे पहले तक छात्रों को खाना तक नसीब नहीं हो था।

इस मामले में मंगलवार को बाँद में छात्रों के परिजनों ने लघु
सचिवालय में डीसी के जरिए प्रधानमंत्री को उद्यापन भेज कर छात्रों की सुरक्षा की मांग की थी। बता दें कि पाकिस्तान के छात्रों का वहां के स्थानीय विद्यार्थियों से विवाद हुआ था। इसके बाद स्थानीय लोगों ने हॉस्टल में घुसकर पाकिस्तानी और भारतीय छात्रों पर हमला किया। इसमें पाकिस्तान और भारतीयों को भयंकर हिंसा का सामना करना पड़ा। इसके बाद पाकिस्तान को एंबेसी ने वहां के विद्यार्थियों को वापस बुला लिया। भारतीय विद्यार्थी अब भी वहां फंसे हुए हैं। छात्रों के परिजनों ने यूनिवर्सिटी के डीन और वहां की सरकार से सुरक्षा की मांग की है।

अपने देश लौट रहे छात्रों को एयरपोर्ट से वापस निकाला

परिजनों की मांग है कि अगर विद्यार्थियों को सुरक्षा देने में सरकार असमर्थ है तो भारतीय दूतावास से बात कर विद्यार्थियों को वापस स्वदेश सुरक्षित पहुंचाया जाए। भारतीय समय के अनुसार बुधवार दोपहर काफी संख्या में भारतीय छात्र भारत आने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे। एक विद्यार्थी ने फोन कर बताया कि जब वह लोग एयरपोर्ट पहुंचे तो यहां पर बम होने की अफवाह फैल गई। इस कारण वहां पर भगदड़ मच गई और वह वापस लौट आए। अब पता नहीं कब उनको अपने घर आने का मौका मिलेगा।