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Haryana News: हरियाणा के युवक कनाडा में मौत, 23 लाख में प्लाट बेचकर भेजा, इलाके में छाया मातम 

स्टडी वीजा पर कनाडा भेजा था। वह वहां पर होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा था। नोमित के ताऊ के लड़के विशु ने बताया कि चाचा ने अपना प्लाट बेचकर नोमित को कनाडा भेजा था और करीब 23 लाख रुपए खर्च किए थे।
 
हरियाणा के युवक कनाडा में मौत, 23 लाख में प्लाट बेचकर भेजा

Canda News: हरियाणा के करनाल के एक युवक की कनाडा में स्विमिंग पूल में नहाने के दौरान डूबने से मौत हो गई। जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। मृतक की पहचान नोमित गोस्वामी के रूप में हुई है। वह 8 महीने पहले कनाडा चला गया था।

उसके पिता ने उसके अध्ययन वीजा का भुगतान करने के लिए भूखंड बेच दिया था। कनाडा में, वह ओंटारियो शहर में एक होटल प्रबंधन पाठ्यक्रम की पढ़ाई कर रहा था। वह एक रेस्तरां में भी काम करता था।

परिवार के सदस्यों के अनुसार, 11 अगस्त की रात को नोमिट कनाडा में एक दोस्त की पूल पार्टी में गया था। रात करीब 8.30 बजे, नोमित स्विमिंग पूल में नहाने के लिए अकेला उतर गया।

पहले तो वह कम गहराई पर था, लेकिन अचानक अधिक गहराई तक पहुँच गया और डूबने लगा। घटना के समय उसके अन्य दोस्त हॉल के अंदर पार्टी में थे। जब वह लंबे समय तक नहीं आया तो एक दोस्त का ध्यान उसकी ओर गया।

जब वे पूल की ओर भागे तो नोमित पहले ही पानी में डूब चुका था। उसके दोस्तों ने फिर पानी में छलांग लगाई और उसे बाहर निकाला।

तब तक एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच चुकी थी। एम्बुलेंस में ही नोमिट को सीपीआर दिया गया, उसके पेट से पानी निकला, लेकिन उसके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। इसके बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

परिवार के पास अब उसके शव को करनाल लाने के लिए पैसे नहीं हैं। यही कारण है कि वह फंडिंग वेबसाइट की मदद ले रहा है।

23 लाख रुपए खर्च करके भेजा था कनाडा
पिता सुभाष ने बताया कि नोमित उनका सबसे बड़ा बेटा था। उसे स्टडी वीजा पर कनाडा भेजा था। वह वहां पर होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा था। नोमित के ताऊ के लड़के विशु ने बताया कि चाचा ने अपना प्लाट बेचकर नोमित को कनाडा भेजा था और करीब 23 लाख रुपए खर्च किए थे। करीब डेढ़ महीने पहले ही नोमित को ओंटारियो में ही एक रेस्टोरेंट पर जॉब भी मिल गई थी। वह पढ़ाई के साथ-साथ जॉब भी कर रहा था।

साबुन फैक्ट्री में काम करते हैं पिता
परिजनों के मुताबिक, नोमित के पिता साबुन की एक फैक्ट्री में सेल्समैन का काम करते हैं। इसी नौकरी से उन्होंने घर बनाने के लिए प्लाट खरीदा था। मगर, बेटे के विदेश में जाकर पढ़ने के सपने को पूरा करने के लिए वह प्लाट बेचना पड़ा।

नोमित को परिवार ने 8 महीने पहले ही कनाडा भेजा था।- फाइल फोटो

12 अगस्त को मिली मौत की सूचना
नोमित का छोटा भाई गगन करनाल में 10वीं कक्षा का छात्र है। उसने बताया कि 12 अगस्त को कनाडा से किसी दूर के रिश्तेदार ने हमें नोमित की मौत की सूचना दी, तो परिवार में मातम पसर गया।नोमित एक सीधा साधा लड़का था। वह सिर्फ अपने काम और पढ़ाई पर ध्यान देता था। पोस्टमॉर्टम के बाद रिपोर्ट आएगी। रिपोर्ट आने के बाद शव को भारत लाने की आगामी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

परिवार के पास लाश लाने को पैसे नहीं
परिजनों ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है, क्योंकि पिता ने अपना प्लाट बेचा था और उसके बाद बेटे को स्टडी वीजा पर कनाडा भेजा था। नोमित के शव को भारत लाया जा सके, इसके लिए गो फंड मी वेबसाइट के माध्यम से फंड एकत्रित किया जा रहा है, ताकि 20 साल के नोमित को उसके परिवार के हाथों अंतिम विदाई दी जा सके।

 

एडवोकेट गुरविंद्र मान ने प्रशासन से परिवार की मदद की गुहार लगाई है।

एडवोकेट बोले- मदद को सरकार आगे आए

नोमित की मौत की सूचना के बाद परिवार को सांत्वना देने पहुंचे एडवोकेट गुरविंद्र मान ने कहा कि नोमित पढ़ाई में बहुत अच्छा था। संस्कारी लड़का था। पिछले 5 साल से मेरा ऑफिस नोमित के घर के पास ही है। आज तक उसकी कोई शिकायत नहीं सुनी। परिवार की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वो लाखों रुपए खर्च करे अपने बेटे के शव को भारत ला सकें। सरकार व सामाजिक संस्थाओं को परिवार की मदद के लिए आगे आना चाहिए।