राजस्थान में सभी टोल बूथों पर फास्टैग सिस्टम का विस्तार होगा, डिप्टी सीएम ने किया ऐलान

Rajasthan News: राजस्थान स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन (आरएसआरडीसी) ने सभी टोल बूथों पर फास्टैग सिस्टम लगाने और उसके संचालन को तेजी से लागू करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय आरएसआरडीसी की हाल ही में हुई बोर्ड बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री और सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री दीया कुमारी ने की। वर्तमान में 108 टोल बूथों में से 93 पर फास्टैग लगाया जा चुका है, लेकिन केवल 50 फीसदी बूथों पर ही यह ऑपरेशनल है।
बोर्ड बैठक में टोल कलेक्शन के लिए दिए जाने वाले कॉन्ट्रैक्ट की अवधि में भी बदलाव किया गया है। अब कॉन्ट्रैक्ट एक साल से ज्यादा के लिए नहीं दिया जाएगा, जबकि पहले यह 2 साल के लिए होता था। इसके अलावा, मैन पावर एजेंसी के माध्यम से टोल टैक्स एकत्र करने का भी निर्णय लिया गया है।
आरएसआरडीसी ने स्टेट हाईवे पर एक्सप्रेस हाईवे की तर्ज पर सुविधाएं और कैफेटेरिया विकसित करने के लिए भी कदम उठाए हैं। इसके लिए विशेष स्थानों की पहचान की जाएगी ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
आरएसआरडीसी ने टोल कलेक्शन को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए नई रणनीति अपनाई है। अब किसी भी कॉन्ट्रेक्टर को टोल कलेक्शन का कॉन्ट्रैक्ट दिया जा सकेगा, बशर्ते उसकी नेटवर्थ कुल टोल वैल्यू की 20 फीसदी हो। इसके लिए आरएसआरडीसी में अलग से रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होगी।
आरएसआरडीसी द्वारा लिए गए ये फैसले राज्य के टोल कलेक्शन सिस्टम को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाएंगे। साथ ही, फास्टैग के विस्तार से यातायात में सुगमता आएगी और स्टेट हाईवे पर नई सुविधाओं के विकास से यात्रियों के अनुभव को बेहतर किया जा सकेगा।