Vinesh Phogat केस में IoA अध्यक्ष ने अपना पल्ला झाड़ा, कह दी ये बड़ी बात...
Vinesh Phogat News: पेरिस ओलंपिक से अयोग्य ठहराए जाने के मामले में एक तरफ विनेश फोगाट को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट से डेट बाय डेट मिल रहा है, तो दूसरी तरफ अब भारतीय ओलंपिक संघ भी केस छोड़ता नजर आ रहा है। हरियाणा की बेटी विनेश फोगाट का न्याय का इंतजार लंबा हो सकता है।
आई. ओ. ए. ने अपना पल्ला झाड़ा:
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा कि भार प्रबंधन एथलीटों और कोचों की जिम्मेदारी है। भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा नियुक्त डॉक्टर और उनकी टीम को नहीं। डॉ. उषा ने कहा कि पेरिस ओलंपिक 2024 में प्रत्येक भारतीय एथलीट के पास प्रशिक्षकों और फिजियो की अपनी टीम है। आई. ओ. ए. के अनुसार, ये टीमें कई वर्षों से खिलाड़ियों के साथ काम कर रही हैं।
सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ने उठाई आवाज:
वहीं आपको बता दें कि विनेश की अयोग्यता के बाद से खेल जगत के कई दिग्गज लगातार उनके पक्ष में आवाज उठा रहे हैं। भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली ने पहलवान विनेश फोगाट का समर्थन करते हुए कहा कि वह पेरिस ओलंपिक में 50 किग्रा फ्रीस्टाइल फाइनल में जगह बनाने के बाद कम से कम रजत पदक की हकदार हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे सटीक नियम नहीं पता, लेकिन मुझे लगता है कि जब वह फाइनल में पहुंची तो उसने ठीक से क्वालीफाई किया होगा। जब आप फाइनल में पहुँचते हैं, तो आप स्वर्ण या रजत पदक जीतते हैं। उन्हें गलत तरीके से अयोग्य ठहराया गया था या नहीं, मुझे नहीं पता, लेकिन वह कम से कम एक रजत पदक की हकदार हैं।
इससे पहले, सचिन तेंदुलकर ने कहा था कि यह अंपायर के कॉल का समय था। विनेश फोगाट को कम से कम रजत पदक तो मिलना चाहिए। वे इसकी हकदार हैं।
सीएएस कल निर्णय लेगा:
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में 50 किग्रा वर्ग में भाग लिया था। वह जापान के ओलंपिक चैंपियन सहित एक दिन में 3 पहलवानों को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची। हालांकि, अंतिम दिन की सुबह उनका वजन 100 ग्राम से अधिक था। इसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। जिसके बाद विनेश फोगाट ने सीएएस से अपील की और रजत पदक की मांग की। इस मामले में जांच पूरी हो चुकी है। खेल न्यायाधिकरण के कल रात 9 बजे इस मामले में अपना फैसला सुनाने की संभावना है।